डीसी रेजीडेंस के सामने कट खोलने की उठाई मांग
शहर के बीच से गुजरते दिल्ली-आगरा राजमार्ग पर डीसी रेजीडेंस के सामने बंद किए गए कट को दोबारा खोले जाने की मांग को लेकर बुधवार को स्थानीय लोग दुकानदारों ने रोष प्रकट किया।
जागरण संवाददाता, पलवल: शहर के बीच से गुजरते दिल्ली-आगरा राजमार्ग पर डीसी रेजीडेंस के सामने बंद किए गए कट को दोबारा खोले जाने की मांग को लेकर बुधवार को स्थानीय लोग, दुकानदारों ने रोष प्रकट किया। लोगों का कहना है कि उपायुक्त के निर्देश के बाद भी एनएचएआइ के अधिकारियों ने कट नहीं खोला है।
महर्षि दयानंद चौक से लेकर कुसलीपुर अंडरपास मार्ग के दोनों तरफ जवाहर नगर कैंप, बाली नगर, राम नगर, असावटा मोड़, ओमेक्स सिटी, सैनी नगर, कृष्णा नगर, सिविल लाइंस, पंचवटी कालोनी के हजारों लोग विपरीत दिशा में चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं, जिससे जान का जोखिम बना रहता है। पहले यहां स्थाई कट हुआ करता था। लेकिन, राजमार्ग छह लेन किए जाने के चलते इस कट को बंद कर दिया गया।
मगर स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने डीसी से मिलकर कट दोबारा खुलवाया। अक्टूबर 2020 से करीब डेढ़ महीने तक कट खुला रहा। इसके बाद एनएचएआइ ने यह कहते हुए कट बंद कर दिया कि भारी वाहनों को रोकने के लिए कट के पास हाइट बैरियर लगाया जाएगा। लेकिन, अबतक इस पर कुछ काम नहीं हुआ। अभी केवल बाइक निकलने भर की जगह ही खोली गई है। एक वर्ष की लड़ाई के बाद हमें सफलता मिली थी। कट खुल गया था। लेकिन, कुछ दिन बाद ही एनएचएआइ अधिकारियों की हठधर्मिता के कारण इस कट को फिर बंद किया गया। इससे शहर के हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं।
- प्रवीण ग्रोवर, विवेकानंद विचार मंच, संयोजक जिस समय कट बंद किया जा रहा था, उस समय भी शहर के लोगों ने एतराज किया था। लेकिन, प्रशासन ने एक नहीं सुनीं। अपनी मनमर्जी से कट को बंद कर दिया।
- नवनीत तेवितया, सिविल लाइंस मार्केट के लोगों से चर्चा किए बिना कट बंद कर दिया गया। वैध कट बंद होने के चलते अवैध कट अधिक खुल गए हैं। इसे बंद नहीं किया जाना चाहिए।
- आशू राजपाल, प्रधान, जवाहर नगर मार्केट एसोसिएशन कट बंद होने से दोनों तरफ विपरीत दिशा में वाहन दौड़ते रहते हैं। किसी दिन कोई बड़ा हादसा हो गया तो अधिकारियों को जवाब देते नहीं बनेगा।
- अशोक ढींगरा सड़क सुरक्षा नियमों के लिहाज से कट को खोलना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। इसके बावजूद भी कोई कट खुलवाने के पक्ष में है तो मेरे साथ मिलकर रोड सेफ्टी आडिट करवा ले।
धीरज सिंह, कार्यकारी अभियंता एनएचएआइ