बागवानी : केले की खेती करें, अनुदान पाएं, मुनाफा कमाएं
जिले में किसानों का रुझान केले की खेती की तरफ लगातार बढ़ रहा है।
जागरण संवाददाता, पलवल : जिले में किसानों का रुझान केले की खेती की तरफ लगातार बढ़ रहा है। बागवानी विभाग द्वारा किसानों को केले की खेती करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। गांव मकसूदपुर के प्रगतिशील किसान सुरेंद्र कांत ने तीन एकड़ में केले की खेती की है।
जिला बागवानी अधिकारी डा. अब्दुल रज्जाक ने बताया कि बागवानी विभाग द्वारा वर्ष 2020-21 के लिए पांच हेक्टेयर भूमि में केले की खेती करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसे हासिल कर लिया गया है। विभाग द्वारा किसानों को केले की खेती करने के लिए एक एकड़ पर 16 से 20 हजार तक का अनुदान दिया जा रहा है। प्रथम वर्ष में किसानों को 75 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है जबकि दूसरे वर्ष 25 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि बारह महीने में केले की फसल तैयार हो जाती है तथा 14 महीने में पौधों में फल आ जाता है। क्योंकि केला 12 मास चलने वाला फल है तथा इसे सब्जी में भी उपयोग किया जाता है जिसके चलते इसकी बाजार में हमेशा मांग बनी रहती है। एक एकड़ में केले की फसल लगाने पर किसान पांच लाख रुपये तक की आय प्राप्त कर सकते हैं। वैसे भी केले की फसल नकदी फसलों में गिनी जाती है, तो मार्केट में अच्छा भाव होने पर किसानों को अच्छा लाभ प्राप्त हो सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहरलाल का सपना है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना किया जा सके। बागवानी विभाग व किसान मित्रों के सहयोग से किसान केले की खेती को बेहतर तरीके से कर सकते हैं। विभाग द्वारा इसके लिए किसानों को जागरूक भी किया जा रहा है।
- डा. अब्दुल रज्जाक, जिला बागवानी अधिकारी मैनें पिछले वर्ष डेढ़ एकड़ में जी-9 नस्ल के 1800 केले के पौधे लगाए थे, जिसमें से 200 पौधे मर गए। फसल तैयार होने पर उसमें से 1400 केले के पौधे बेच दिए गए, जिससे तीन लाख 65 हजार रूपए की आमदनी हुई। इस बार तीन एकड़ में केले की नई फसल लगाई है। केले के प्रदर्शन प्लांट को देखने के लिए अन्य किसान भी आते है, जिन्हें प्रशिक्षण देकर केले की फसल उगाने के लिए प्रेरित करता हूं।
- सुरेंद्र कांत, प्रगतिशील किसान, मकसूदपुर