Move to Jagran APP

अहोई अष्टमी पर महिलाओं ने मांगी परिवार की खुशहाली

क्षेत्र में बुधवार को अहोई अष्टमी का पर्व परंपरागत ढ़ंग से मनाया गया। महिलाओं ने निर्जला उपवास रखा तथा विशेष पूजा अर्चना की। महिलाओं ने सुबह से ही उपवास व पूजा की तैयारियां शुरू कर दी थी। कार्तिक माह की अष्टमी के दिन यह उपवास संतान की रक्षा, सुख-समृद्धि व दीर्घायु की कामना के लिए रखा गया। दोपहर को महिलाओं ने अहोई अष्टमी की कथा भी सुनी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Oct 2018 05:52 PM (IST)Updated: Wed, 31 Oct 2018 05:52 PM (IST)
अहोई अष्टमी पर महिलाओं ने मांगी परिवार की खुशहाली
अहोई अष्टमी पर महिलाओं ने मांगी परिवार की खुशहाली

संवाद सहयोगी, पलवल: अहोई अष्टमी का पर्व बुधवार को परंपरागत ढ़ंग से मनाया गया। महिलाओं ने निर्जला उपवास रखा तथा विशेष पूजा अर्चना की। महिलाओं ने सुबह से ही उपवास व पूजा की तैयारियां शुरू कर दी थी। कार्तिक माह की अष्टमी के दिन यह उपवास संतान की रक्षा, सुख-समृद्धि व दीर्घायु की कामना के लिए रखा गया। दोपहर को महिलाओं ने अहोई अष्टमी की कथा भी सुनी। इस व्रत के दौरान अहोई देवी के चित्र के साथ सेई और सेई के बच्चों के चित्र भी बनाकर पूजे गए। दान देने के लिए मूली, ¨सगाडे व बैगन भी अहोई के चित्र के पास रखे गए। महिलाओं ने अपने बुजुर्गों को देने के लिए बायना भी निकाला। उबले चने व गेहूं का भी प्रसाद बांटा गया। घरों में पकवान भी बनाए गए। मैंने आज अहोई अष्टमी का व्रत रखा। कथा सुनी तथा संतान के सुखी होने की कामना की। देश में शांति होने की भी मैंने प्रार्थना की।

loksabha election banner

-पूनम रानी सूर्यास्त होने के बाद जब तारे निकलने लगे तो मैंने अहोई माता की पूजा की। बाल-बच्चों के कल्याण की कामना की। ईश्वर सभी की संतान को खुश रखे।

-सीमा आहूजा अहोई माता का व्रत विवाहित महिलाएं अपनी संतान की दीर्घायु और सुखी जीवन के लिए रखती हैं। मैंने भी व्रत रखा तथा सुख-शांति की कामना की।

-मिथलेश शर्मा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.