1 वृक्षों की रक्षा से होगा पर्यावरण शुद्ध : श्रद्धानंद
संवाद सहयोगी, पलवल : वैदिक धर्म प्रचारिणी सभा के तत्वावधान में गांव मंडकौला के बाबा नंदराम दास
संवाद सहयोगी, पलवल : वैदिक धर्म प्रचारिणी सभा के तत्वावधान में गांव मंडकौला के बाबा नंदराम दास धाम में आयोजित आठ दिवसीय गायत्री महायज्ञ की बुधवार को हजारों लोगों की उपस्थिति में पूर्णाहुति हुई। इस अवसर पर इक्कीस कुंडीय यज्ञानुष्ठान भी किया गया। यज्ञ के ब्रह्मा महात्मा श्रद्धानन्द सरस्वती रहे।
पूर्णाहुति के अवसर पर श्रद्धानंद ने कहा मनुष्य प्रतिदिन बारह घंटे में सोलह किलो आक्सीजन लेता है और उसकी कार्बनडाई आक्साइड बना देता है। इस प्रक्रिया में उसने जितना वातावरण दूषित किया उसको शुद्ध करने के लिये कम से कम अग्नि में सोलह आहुतियाँ देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक होम करने का प्रचार रहा तब तक ये देश रोगों से रहित और सुखों से पूरित रहा।
उन्होंने कहा कि अग्नि में रोगनाशक, सुगंधित, पुष्टिकारक और मिष्ठान की आहुतियां देने से यजमान के दुख, शोकादि कष्टों का नाश होता है। वेदों में भी दु:खों से बचने का उपाय यज्ञ को बताया गया है। पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए वृक्षों की रक्षा की जाए और भारी मात्रा में वृक्ष लगाये जाएं। बिना यज्ञ के वृक्ष भी स्वस्थ नही रह सकते। पर्यावरण को शुद्ध व पवित्र करने के एक मात्र उपाय यज्ञ ही है। यज्ञ शब्द का चारों वेदों में 1184 बार पाठ हुआ है। पूर्णाहुति के पश्चात विशाल भंडारा किया गया। इस अवसर तुलाराम आर्य व रणजीत¨सह ने यज्ञ व ईश्वर की महिमा के भजन प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में मुरारीशरणदास, रामलखनदास, गिरजानंद, पागलबाबा, देवी¨सह सरपंच, वीर¨सह, वीरु मेंबर, रतन¨सह पटवारी, देवीराम डागर, ओमवीर डागर, ग्यासीराम, चंदरलाल आर्य,राजपाल दहिया, सुखराम आर्य,कवि रुपचंद, रामचंद, महाशय सहीराम, महेंद्र कामरेड, मदनमोहन आर्य, वेदवती आर्या, डा.अजीत¨सह डागर, धर्मेंद्र, देशी व सुंदर मौजूद थे।