शत-प्रतिशत टीकाकरण का मिलेगा इनाम
कोरोनारोधी टीकाकरण मुहिम में प्रदेश के अन्य जिलों से पीछे चल रहे नूंह को आगे बढ़ाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। प्रशासन ने घोषणा की है कि जिन बीस गांवों में टीकाकरण शत-प्रतिशत होगा उनके विकास के लिए अतिरिक्त विकास राशि जारी की जाएगी। यह दावा मंगलवार को उपायुक्त कैप्टन शक्ति ने किया।
संवाद सहयोगी, नूंह: कोरोनारोधी टीकाकरण मुहिम में प्रदेश के अन्य जिलों से पीछे चल रहे नूंह को आगे बढ़ाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। प्रशासन ने घोषणा की है कि जिन बीस गांवों में टीकाकरण शत-प्रतिशत होगा उनके विकास के लिए अतिरिक्त विकास राशि जारी की जाएगी। यह दावा मंगलवार को उपायुक्त कैप्टन शक्ति ने किया। उपायुक्त जिला के सामाजिक, धार्मिक तथा स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ लघु सचिवालय के सभागार में बैठक कर रहे थे।
उपायुक्त शक्ति सिंह ने मंगलवार को कहा कि कोरोना महामारी से बचने के लिए टीकाकरण ही एकमात्र सुरक्षा कवच है। कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण करने में टीके को बेहद कारगर बताते हुए उन्होंने कहा कि टीका लगवाने के बाद गंभीर बीमारी और मृत्यु होने का खतरा काफी कम हो जाता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को टीका अवश्य लगवाना चाहिए। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। टीका लगने के बाद अगर कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो भी जाता है तो उसे अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ती। ऐसे सभी व्यक्ति घर पर ही ठीक हो सकते हैं। इसे लगाने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है। उन्होंने कहा कि यह बीमारी का इलाज नहीं करता बल्कि उस बीमारी को रोकने में मदद करता है। जिन लोगों को पहला व दूसरा टीका लग चुका है। वह दूसरे लोगों को लगवाने के लिए प्रेरित करें। हमें जिले में 100 प्रतिशत टीकाकरण का कार्य करना है।
अगस्त से बढ़ी टीकाकरण की गति: जून-जुलाई माह में 200 से 300 लोगों को ही प्रतिदिन टीका लग रहा था। लोग टीका लगवाने के लिए आते नहीं थे। हालांकि प्रशासन के प्रयास से अक्टूबर माह में प्रतिदिन चार हजार लोगों को टीका लगने लगा था। उपायुक्त ने कहा कि सभी स्वयंसेवी संस्था पांच हजार से अधिक आबादी वाले गांव को गोद ले और टीकाकरण कराएं। इसके लिए हमारे पास स्वास्थ्य विभाग की 210 टीमें है, यदि जरूरत और हुई तो टीम बढ़ा दी जाएंगी। जिले में अभी तक 37 प्रतिशत लोगों ने पहला व दूसरा टीका लगवा लिया है। जो बहुत कम है।
बनेगी कमेटी: प्रशासन टीकाकरण के लिए गांव-गांव में स्वास्थ्य विभाग, नंबरदार, पूर्व सरपंच, पंच व मौलवियों की कमेटी बनाई जाएगी। जो टीकाकरण करने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने बताया कि महिलाओं के टीकाकरण के लिए घर-घर पर पिक वैन भेजी जाएगी। जिसमें सभी स्टाफ महिलाओं का होगा। इस कमेटी के कार्य की निगरानी संबंधित एसडीएम करेंगे।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सुभिता ढाका, नल्हड़ मेडिकल कालेज के अतिरिक्त निदेशक सतेन्द्र दुहन, नगराधीश जयप्रकाश, सीएमजीजीए राजूराम, कोरोनारोधी टीकाकरण मुहिम के प्रभारी डा. बसंत दुबे, जिला रेडक्रास सोसायटी के सचिव महेश गुप्ता, डा. अशरुदीन अलवरी सहित मौलवी, एनजीओ, जिला बार प्रधान, मुफ्ती जाहिद भी मौजूद रहे।