तावडू में सिविल कोर्ट का बेसब्री से इंतजार
तावडू में सिविल कोर्ट के गठन का लोगों को बेसब्री से इंतजार है। हाईकोर्ट ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश से कोर्ट को लेकर जगह की रिपोर्ट मांगी थी..
जागरण संवाददाता, तावडू : तावडू में सिविल कोर्ट के गठन का लोगों को बेसब्री से इंतजार है। हाईकोर्ट ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश से कोर्ट को लेकर जगह की रिपोर्ट मांगी थी। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने इस संदर्भ में उपायुक्त से रिपोर्ट मांगी है। जिला प्रशासन के अनुरूप सेशन कोर्ट के माध्यम से रिपोर्ट स्टेटस हाईकोर्ट को भेजी जा चुकी है। अब इस संदर्भ में हाईकोर्ट के निर्णय का इंतजार है। तावडू को उपमंडल का दर्जा मिलने के बाद क्षेत्र में सिविल कोर्ट के गठन की मांग ने जोर पकड़ ली है। क्षेत्र के लोगों ने इस संदर्भ में सीजेएम नरेंद्र ¨सह, जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरूण कुमार सिंघल व हाईकोर्ट जस्टिस एके मित्तल से कुछ दिनों पूर्व मुलाकात भी की। इतना ही नहीं, क्षेत्र के लोगों ने कुछ समय पूर्व एसडीएम ऑफिस दौरे पर आए मुख्य सचिव दीपेंद्र ¨सह ढेसी व शिक्षा मंत्री प्रोफेसर रामबिलास शर्मा के समक्ष भी इस मांग को प्रमुखता से रखा। उक्त गुहार का असर देखने को मिला। इस संदर्भ में हाईकोर्ट ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश से कोर्ट गठन को लेकर जगह की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए। जिस पर जिला एवं सत्र न्यायधीश ने उपायुक्त से रिपोर्ट मांगी। जिला प्रशासन द्वारा जगह की स्टेटस रिपोर्ट जिला एवं सत्र न्यायधीश को प्रस्तुत की जा चुकी है तथा वहां से रिपोर्ट को हाईकोर्ट भेजा जा चुका है। नहीं काटने पड़ेंगे नूंह के चक्कर
सिविल कोर्ट के गठन के बाद लोगों को सिविल व क्रिमिनल प्रक्रिया के अंतर्गत मामलों की सुनवाई के लिए नूंह तक चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। सूत्रों के अनुरूप दोनों प्रक्रियाओं में तावडू क्षेत्र के लगभग 1200 केस न्यायालयों में चल रहे हैं। अस्थाई तौर पर इस जगह का चयन
प्रशासन ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में एक बिल्डिंग का सिविल कोर्ट को लेकर चयन किया है। लेकिन ये अस्थाई जगह होगी क्योंकि तावडू-बिलासपुर रोड पर स्थित गांव गुढ़ा की पंचायत भूमि जहां लघु सचिवालय बनना प्रस्तावित है वहीं ज्यूडिशियल कॉम्पलेक्स भी बनेगा। जब से उपमंडल बना है तब से लोगों की यही महत्वपूर्ण मांग है। सिविल कोर्ट का गठन तावडू के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
- सुरेश प्रधान, मंडलाध्यक्ष, भाजपा सिविल कोर्ट के गठन से लोगों को नूंह के चक्कर काटने से राहत मिलेगी तथा उनकी नजर में उपमंडल की पूर्ण सार्थकता भी होगी।
- नरेश यादव, चेयरमैन, ब्लॉक समिति। तावडू में सिविल कोर्ट की जगह की स्टेटस रिपोर्ट कोर्ट को भेजी जा चुकी है। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
- अशोक शर्मा, उपायुक्त, नूंह।