अरावली क्षेत्र में अवैध करने वालों पर वन विभाग ने कसा शिकंजा, काटे चालान
संवाद सहयोगी फिरोजपुर झिरका राजस्थान सीमा से सटे हरियाणा के अरावली क्षेत्र में अवैध खनन
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका: राजस्थान सीमा से सटे हरियाणा के अरावली क्षेत्र में अवैध खनन के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाल ही में इस संबंध में कई मामले सामने आए हैं। अवैध खनन की शिकायतों पर शिकंजा कसते हुए फिरोजपुर झिरका के वन विभाग ने अरावली क्षेत्र में अवैध खनन के आरोप में खनन माफियाओं पर शिकंजा कसा है। विभाग की एक टीम ने अरावली रकबे में अभियान चलाकर 12 ऐसे लोगों को पकड़ा है जो प्रतिबंधित क्षेत्र में गैरकानूनी गतिविधियां चला रहे थे। इन माफियाओं का चालान केस बनाकर उच्च अधिकारियों को प्रेषित किया गया है। विभाग के अधिकारियों ने दावा किया कि अरावली क्षेत्र में गैरकानूनी गतिविधियों को करने वाले लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
बता दें कि अरावली क्षेत्र में बदस्तूर हो रहे अवैध खनन से जहां हराभरा वन क्षेत्र बर्बाद किया जा रहा है। वहीं पर्यावरण संरक्षण को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। हालांकि अवैध खनन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त हिदायत दी हुई है। बावजूद इसके देश की शीर्ष अदालत के आदेशों को दरकिनार किया जा रहा है। इससे पहले भी अवैध खनन को लेकर कई शिकायतें सामने आ चुकी हैं। पर्यावरण प्रेमी बताते हैं कि हरियाणा-राजस्थान सीमा पर अभी भी अवैध खनन के मामलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इनपर कार्रवाई न होना सीधा-सीधा अरावली क्षेत्र को नुकसान पहुंचाने जैसा है। हालांकि वन विभाग ने इस दिशा में कार्रवाई करते हुए अवैध खनन करने वालों के चालान काटे हैं। वन विभाग फिरोजपुर झिरका के रेंजर अफजल हुसैन ने बताया कि विभाग की टीम ने अरावली क्षेत्र में छापेमारी कर महूं में दो, शेखपुर में एक, रवा में तीन, बघोला में दो, रीगढ़ में दो और झिमरावट में दो चालान काटे हैं। इन सभी का केस बनाकर अदालत में भेजे गए हैं। जल्द ही इनसे जुर्माना वसूला जाएगा।
अधर में लटकी पैमाइश कराने की बात: बीते कई माह से उपरोक्त अरावली क्षेत्र में अवैध खनन के मामलों को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने हरियाणा राजस्थान सीमा पर पैमाइश कराने का निर्णय लिया था। तीन माह बीतने के बाद भी अभी तक प्रशासनिक अधिकारी उपरोक्त क्षेत्र की पैमाइश नहीं करा सका है। एसडीएम रणबीर सिंह ने इस बारे में बताया कि हमारे द्वारा राजस्थान के अधिकारियों को इस संबंध में पत्राचार किया जा चुका है। जल्द ही इस दिशा में योजनाबद्ध तरीके से काम किया जाएगा। अरावली रकबे में किसी को भी अवैध खनन नहीं करने दिया जाएगा।