भाजपा से पूर्व की सरकारों ने सैनिकों को गुमनामी के अंधेरे में धकेल दिया था : राव
जागरण संवाददाता नूंह केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि आज हम सबको उन शहीदों

जागरण संवाददाता, नूंह : केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि आज हम सबको उन शहीदों को याद करने की जरूरत है, जिन्होंने देश को आजादी दिलाने में अपने प्राणों की आहुति दी। लेकिन भाजपा से पहले वाली सरकारों ने इन शहीदों को इतिहास में उचित स्थान नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा उन शहीदों को याद व नमन करने के लिए आजादी का अमृत महोत्सव पर्व मना रही है, जिन्हें पूर्व की सरकारों ने गुमनामी के अंधेरे में धकेल दिया था। राव इंदरजीत शनिवार को स्थानीय पटेल वाटिका में नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप लोगों को संबोधित कर रहे थे। राव इंद्रजीत ने आजाद हिद फौज के शहीद सिपाही मंगल खान की विरांगना फातिमा को नमन कर सम्मानित किया। इंद्रजीत ने कहा कि हमारे देश को आजाद करवाने में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की अहम भूमिका है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा दिया गया नारा तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा आज भी जब हम सुनते हैं तो हमारे शरीर में सिहरन पैदा करता है। जब अंग्रेज भारत में आए थे तो भारत देश दुनिया की 27 प्रतिशत संपत्ति रखता था, लेकिन जब अंग्रेजों ने भारत छोड़ा, तो यह संपत्ति 0.5 प्रतिशत ही रह गई थी। इससे पता चलता है कि अंग्रेजों ने हमारे देश को बुरी तरह लूटा और हमारे देश का धन इंग्लैंड ले गए।
राव इंद्रजीत ने कहा कि यह भाजपा सरकार ही है जिस सरकार ने प्रथम विश्वयुद्ध से लेकर अब तक जितने भी युद्धों में हमारे सैनिक शहीद हुए हैं, उन सब सैनिकों और गुमनाम सैनिकों का भी नाम ढूंढ कर शहीद संग्रहालय में लिखने का कार्य किया है। इससे पता चलता है कि पिछली सरकारों द्वारा भुलाए गए शहीदों को बीजेपी सरकार ने याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 की क्रांति के असंख्य योद्धाओं व सेनानियों की याद में अंबाला में बनाया जा रहा आजादी की पहली लड़ाई का शहीद स्मारक संभवत: देश का सबसे बड़ा व आधुनिक तकनीक से लैस शहीद स्मारक होगा। जबकि दूसरा संग्रहालय हरियाणा के नारनौल जिले में आधुनिक तकनीक से बनाया जाएगा। इस मौके पर पूर्व गौ-सेवा आयोग के पूर्व चेयरमैन भानीराम मंगला, जिलाध्यक्ष नरेंद्र पटेल, हज कमेटी के पूर्व चेयरमैन औरंगजेब, जाहिद बाइ, खुर्शीद राजाका, बीरपाल कालियाका आदि मौजूद रहे।
Edited By Jagran