इनकम वेरिफिकेशन में प्रथम स्थान पर पहुंचा जिला
अतिरिक्त उपायुक्त डा. सुभीता ढाका ने बताया कि उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह के मार्गदर्शन में नूंह जिला इनकम वेरिफिकेशन में प्रदेशभर में अव्वल रहा है। प्रथम चरण में 22 हजार 723 परिवारों और द्वितीय चरण में 55 हजार 91 परिवारों का इनकम वेरिफिकेशन का कार्य शत-प्रतिशत पूरा कर लिया गया है।
जागरण संवाददाता, नूंह: अतिरिक्त उपायुक्त डा. सुभीता ढाका ने बताया कि उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह के मार्गदर्शन में नूंह जिला इनकम वेरिफिकेशन में प्रदेशभर में अव्वल रहा है। प्रथम चरण में 22 हजार 723 परिवारों और द्वितीय चरण में 55 हजार 91 परिवारों का इनकम वेरिफिकेशन का कार्य शत-प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। परिवार पहचान पत्र योजना के माध्यम से डाटा एकत्रित कर वेरिफिकेशन का कार्य किया गया है। इसके लिए छह विभागों की 40 योजनाओं के माध्यम से स्वरोजगार स्थापित करवाने का कार्य अंतिम चरण में है। गरीब परिवारों की आय बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से बैंकों से सहायता प्रदान करवाई जाएगी। साथ ही गरीब परिवारों की आय बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए अंत्योदय ग्रामोदय मेले लगाए जाएंगे। परिवार पहचान पत्र के माध्यम से जरूरतमंद पात्र लोगों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा। पहले जहां अलग-अलग योजनाओं एवं सेवाओं के लिए नागरिकों को अलग-अलग स्थानों एवं कार्यालयों में जाकर कागजात जमा करवाने पड़ते थे, लेकिन अब परिवार पहचान पत्र लागू हो जाने के बाद एक ही स्थान पर सभी कार्य होंगे और बार-बार कागजात जमा करवाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की अधिकतर सेवाओं और योजनाओं को परिवार पहचान पत्र द्वारा दी गई फैमिली आइडी से जोड़ा गया है। आय सत्यापन का कार्य सभी कर्मचारियों की सूझबूझ पर ही निर्भर करता है। जिले में परिवार पहचान की इनकम वेरिफिकेशन के कार्य के लिए वे सभी कर्मचारी बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने समय-सीमा में इस कार्य को पूरा कर प्रदेश भर में नूंह जिले को पहला स्थान दिलाया।