सेम की वजह से भूमि पर खड़े पानी का किया जाएगा सही इस्तेमाल
उपायुक्त शक्ति सिंह ने कहा कि अरावली के साथ लगते क्षेत्रों में बांधों का निर्माण किया जाएगा। तालाब और बांध इत्यादि का जो मौजूदा संसाधन है उसको और बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, नूंह: उपायुक्त शक्ति सिंह ने कहा कि अरावली के साथ लगते क्षेत्रों में बांधों का निर्माण किया जाएगा। तालाब और बांध इत्यादि का जो मौजूदा संसाधन है, उसको और बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जाएगा।
कैप्टन शक्ति सिंह हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की भूमिगत जल प्रबंधन के संदर्भ में हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण (एचडब्ल्यूआरए) की अध्यक्ष केशनी आनंद अरोड़ा की अध्यक्षता में प्रदेश के तीन जिलों के उपायुक्तों के साथ आयोजित बैठक में वीडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से भाग ले रहे थे ।
इतना ही नहीं नूंह जिले के जिन इलाकों में सेम की वजह से कई एकड़ भूमि में पानी खड़ा रहता है, उसका सही इस्तेमाल किया जा सके। इसको लेकर भी रणनीति तैयार की जा रही है।
डीसी ने कहा कि जिले में जिन क्षेत्रों में भूजल गहरा और खारा है। उसको कैसे काम में लिया जाए, इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है। कुल मिलाकर बरसात के पानी को बांध या तालाब इत्यादि में एकत्रित कर जल स्तर को ऊपर उठाने सहित बहुत से प्रयास किए जा रहे हैं। जिले में जल प्रबंधन के क्षेत्र में आने वाले समय में काफी कुछ सुधार देखने को मिल सकते हैं। कैप्टन शक्ति सिंह उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को दिशा - निर्देश दिए हैं। जल प्रबंधन के क्षेत्र में तेजी दिखाते हुए कार्य करना है ताकि मेवात जिले में जल प्रबंधन के क्षेत्र में बेहतर परिणाम सामने आ सके।
बता दें कि बिकटी, चंदेनी, उजीना इलाकों में बरसात का पानी काफी खेतों में खड़ा हो जाता है। धीरे-धीरे सूखने की वजह से खेतों की बिजाई नहीं हो पाती। अगर इस पानी को एकत्रित किया जाए, तो जलस्तर उपर आ सकता है, साथ ही कई एकड़ भूमि को सेम से निजात मिलने के बाद किसानों के चेहरे खिल सकते हैं। इस अवसर पर जिला परिषद सीईओ गजेंद्र सिंह, नगराधीश अखिलेश कुमार व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
निर्धारित अवधि में भेजे सुझाव या आपत्ति
उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की भूमिगत जल के आधार पर प्रदेश को विभिन्न सात श्रेणियों में वर्गीकरण की सिफारिश को स्वीकृत कर लिया गया है तथा आम जनता से गांव अनुसार भूमिगत जल के वर्गीकरण के बारे में सुझाव और आपत्तियां आमंत्रित की गई हैं। हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण अधिनियम के तहत गांव स्तर पर किए गए वर्गीकरण से लोगों में जागरूकता आएगी तथा यह वर्गीकरण माइक्रो स्तर पर योजनाएं बनाने व भूमिगत जल प्रबंधन के संदर्भ में मददगार होगा। भूमिगत जल स्तर के आधार पर किए गये वर्गीकरण की विस्तृत सूचना प्राधिकरण की आधिकारिक वेबसाइट www.द्ध2ह्मड्ड.श्रह्मद्द.द्बठ्ठ पर उपलब्ध है। गांवों का यह वर्गीकरण जून 2020 को भूमिगत जल स्तर का आधार मानकर किया गया है। आम जनता प्राधिकरण की ई-मेल आइडी श्रढ्डद्भद्गष्ह्लद्बश्रठ्ठह्य2022.द्ध2ह्मड्ड@द्दद्वड्डद्बद्य.ष्श्रद्व पर अपने सुझाव या आपत्ति भेज सकते हैं। ग्राम सचिवों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस बारे में आम जनता को जागरूक करें ताकि निर्धारित अवधि में आम जनता अपने सुझाव या आपत्ति भेज सकें।