मेवात कैडर के 11 पीजीटी को मिला दीपावली पर प्रधानाचार्य पद का तोहफा
हरियाणा सरकार ने दीपावली के अवसर पर मेवात कैडर के 11 पीजीटी को पदोन्नति देकर प्रधानाचार्य पद का तोहफा दे दिया है। इस साल विभाग ने तीसरी बार केस मांग कर पीजीटी को प्रधानाचार्य बनाया है। इस लिस्ट के बाद ज्यादातर विद्यालयों में प्रधानाचार्य की नियमित नियुक्ति हो गई है।
ओम प्रकाश बाजपेयी, नूंह
हरियाणा सरकार ने दीपावली के अवसर पर मेवात कैडर के 11 पीजीटी को पदोन्नति देकर प्रधानाचार्य पद का तोहफा दे दिया है। इस साल विभाग ने तीसरी बार केस मांग कर पीजीटी को प्रधानाचार्य बनाया है। इस लिस्ट के बाद ज्यादातर विद्यालयों में प्रधानाचार्य की नियमित नियुक्ति हो गई है।
बता दें जिले के कुछ विद्यालयों में प्रधानाचार्य नहीं होने के कारण बहुत से काम लंबित पड़े रहते थे और डीडीओ का चार्ज किसी अन्य विद्यालय के प्राचार्य या वरिष्ठ प्रवक्ता को दिया जाता था। आशा की जा रही है नियमित प्रधानाचार्य के आने से जिले में शिक्षा के स्तर पर जरूर बढ़ोतरी होगी। इससे जिले के प्रवक्ताओं में समय पर पदोन्नति जारी करने से विभाग के अधिकारियों का आभार जताया है और खुशी प्रकट की । इन विद्यालयों को मिले प्रधानाचार्य
1) बंटी सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, तुहसैनी
2) असगर अली राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सुबासेडी
3) सुमन मलिक राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, घासेड़ा
4) अजरा खान राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, निवाना
5) कृष्ण कुमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, मरोड़ा
6) रहमदिन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, उमरा
7) नरेश कुमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, बिसरू
8) श्री कृष्ण राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, उजिना
9) मोहम्मद अरशद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, आकेड़ा
10) कविता रानी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, आटा बरोटा
11) आनंद कुमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, राहेड़ी अजरा खान सबसे कम उम्र की पहली मेव प्राचार्य बनीं: राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत अर्थशास्त्र की लेक्चरर अजरा खान को भी प्राचार्य की पदोन्नति मिली है, जिनकी उम्र अभी केवल 32 वर्ष है। जो मूल रूप से तावडू के गांव करेंडा की रहने वाली हैं। उनकी शादी गांव रूपडाका में हुई है, जिनके पति यूसुफ खान भारत सरकार में इनकम टैक्स में इंस्पेक्टर के पद पर कार्य कर रहे हैं। उनका मेवात के लोगो से संदेश है कि वो लड़कियों की शिक्षा में किसी प्रकार की कमी न आने दें। लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए न रोकें। उन्हें अपनी रुचि के अनुसार कार्य करने के लिए उनका सहारा बनें। यहां की लड़कियों में बहुत टेलेंट छिपा हुआ है। उन्होंने कहा कि वो आज पदोन्नति पाकर बहुत खुश हैं।