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प्रसूति के दौरान तीन दिनों में चार नवजात की मौत

नगर के एक निजी क्लीनिक में तीन दिनों के अंदर प्रसूति के दौरान चार नवजात शिशुओं की मौत होने का मामला सामने आया है। तीन दिनों में चार नवजात शिशुओं की मौत को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अनभिज्ञ नजर आ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Nov 2021 03:48 PM (IST)Updated: Mon, 01 Nov 2021 03:48 PM (IST)
प्रसूति के दौरान तीन दिनों में चार नवजात की मौत
प्रसूति के दौरान तीन दिनों में चार नवजात की मौत

संवाद सहयोगी, तावडू: नगर के एक निजी क्लीनिक में तीन दिनों के अंदर प्रसूति के दौरान चार नवजात शिशुओं की मौत होने का मामला सामने आया है। तीन दिनों में चार नवजात शिशुओं की मौत को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अनभिज्ञ नजर आ रहा है।

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विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर के बावला रोड पर संचालित एक निजी क्लीनिक व जापा केंद्र में 24 अक्टूबर को तीन महिलाएं प्रसूति के लिए भर्ती कराई गईं। प्रसूति के दौरान तीनों ही नवजात शिशुओं की मौत हो गई। 26 अक्टूबर को जब एक महिला प्रसूति कराने पहुंची तो उसके भी शिशु की मृत्यु हो गई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि क्लीनिक संचालिका के पास क्लीनिक संचालन की कोई वैद्य डिग्री नहीं है।

क्लीनिक संचालिका ज्योति ने बताया कि 24 अक्टूबर को गांव बावला निवासी, पटेल नगर तावडू निवासी व बूराका कालोनी तावडू निवासी तीन महिलाएं प्रसूति के लिए यहां आईं। तीनों ही गर्भवती महिलाओं को पहले ही उनके शिशुओं के अस्वस्थ होने की जानकारी दे दी गई थी। जिन्हें स्पष्ट रूप से बता दिया गया था कि उनके बचने की संभावना बहुत कम है। जबकि 26 अक्टूबर को जब एक महिला प्रसव पीड़ा होने के बाद उनके क्लीनिक पर आई तो जांच के बाद गर्भ में मृत शिशु होने की बात बता दी गई थी। संचालिका ने बताया कि वह स्वयं बीएएमएस है और उनका क्लीनिक पंजीकृत है। फर्जी डिग्री के आरोप जो उन पर लगाए गए हैं वह बेबुनियाद और निराधार हैं। महिलाओं की प्रसूति के दौरान किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं बरती गई।

यहां यह भी बता दें कि गत जनवरी में छारोड़ा निवासी एक व्यक्ति ने इसी प्रकार के मामले को लेकर उपरोक्त क्लीनिक संचालिका के खिलाफ सीएम विडो में भी शिकायत दर्ज कराई थी। जिस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो नगर में करीब 13 निजी अस्पतालों में जापा केंद्र संचालित हैं जिनमें केवल एक विभाग द्वारा पंजीकृत है। - तीन दिनों के अंदर-अंदर प्रसूति के दौरान चार शिशुओं की मौत होना बहुत बड़ी बात है। मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर क्लीनिक संचालिका के खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

- .- सुरेंद्र यादव, सिविल सर्जन, नूंह


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