निर्बल के प्राण पुकार रहे जगदीश हरे, जगदीश हरे..
जागरण संवाददाता नूंह निर्बल के प्राण पुकार रहे जगदीश हरे जगदीश हरे.. श्वासों के स्वर झंकार रहे जगदीश हरे जगदीश हरे.. भजन की पंक्तियों से दर्शक भाव विभोर हो उठे।
जागरण संवाददाता, नूंह: निर्बल के प्राण पुकार रहे जगदीश हरे, जगदीश हरे.., श्वासों के स्वर झंकार रहे जगदीश हरे, जगदीश हरे.. भजन की पंक्तियों से दर्शक भाव विभोर हो उठे। अवसर था रामलीला के मंचन का। हिदू सीनियर सेकेंडरी स्कूल नूंह में बुधवार की रात में शुरू हुई रामलीला के पहले दिन नारद मोह के मंचन से दर्शक भावविभोर हो उठे।
पहले दिन नारद मोह से शुरू हुई रामलीला में कलाकारों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्री सदासुख विजय राममलीला कमेटी के बैनर तले शुरू हुई रामलीला का शुभारंभ कमेटी के संरक्षक सरदार जीएस मलिक ने किया। मंत्रोच्चार के बीच रामलीला का उद्घाटन किया गया तथा सबसे पहले भगवान राम की आरती की गई। नारद मोह के मंचन में कलाकारों ने भक्ति और मोह का एक अनूठा मेल प्रदर्शित करते हुए लोगों को सच्चे वैराग्य का संदेश दिया। कलाकारों ने दिखाया कि मोह से नारद मुनि जैसे सन्यासी भी नहीं बच पाए। भगवान विष्णु ने उन्हें इस मोह से निकालने के लिए एक नाटक रचा। आखिर में नारद मुनी के क्रोध के कारण भगवान विष्णु को श्राप भी मिले। रामायण की शुरुआत उसी श्राप की वजह से हुई। आखिर में नारद मुनि को अपनी भूल का अहसास हुआ और उन्होंने भगवान विष्णु से क्षमा मांगी। नारद के मंचन को देख कर सभी दर्शक भावविभोर हो उठे। सभी ने कलाकार की प्रशंसा की। वृंदावन के कलाकारों द्वारा रामलीला का मंचन किया जा रहा है। रामलीला का समय रात आठ से 11:00 बजे तक होगा। श्री सदासुख विजय रामलीला कमेटी के अध्यक्ष नरेंद्र पटेल ने बताया कि रामलीला का मंचन दिनांक 16 अक्टूबर तक किया जाएगा। इस मौके पर रामलीला कमेटी के मास्टर देवीराम सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।