नेत्र रोग के मरीजों को किया जागरूक
जिला अस्पताल मांडीखेड़ा में नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. बलजिदर सिंह ने लोगों की आंखों की जांच की।
सवांद सहयोगी, नगीना: जिला अस्पताल मांडीखेड़ा में नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. बलजिदर सिंह ने लोगों की आंखों की जांच की। 13 मार्च तक चलने वाले जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि 40 साल की उम्र में लोगों को काला मोतिया होना शुरू होता है। यह बीमारी अनुवांशिक होती है। मतलब एक ही परिवार से अगली पीढ़ी में भी मिल सकती है। इसके मुख्य लक्षण सिर दर्द, रोशनी होते हुए कम दिखाई देना हैं।
उन्होंने कहा कि जिले में हर महीने काला मोतिया के मरीज मिलते हैं। इसका पूर्ण इलाज संभव है। अगर वक्त पर दवाएं और जांचें करवाई जाएं तो इस बीमारी से निजात मिल सकती है। जिला काउंसलर मुबीन खान ने कहा कि किसी भी उम्र में काला मोतिया के लक्षण मिल सकते हैं। इसलिए वक्त पर जांच करा लेनी चाहिए, ताकि ऐसी परेशानी से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि अक्सर देखा गया है कि चश्मे के नंबर जल्दी-जल्दी बदलना, बल्ब की रोशनी के चारों तरफ रंगीन गोले नजर आना भी इसके लक्षण हैं।
वहीं डा. प्रवीण ने कहा कि कोई भी बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है। इसलिए जरा सी समस्या महसूस करते ही डाक्टर के पास जाएं और सलाह लेकर दवाई जरूर लें। ताकि जरा सी बीमारी एक भयानक रूप न ले सकें। डा. बलजिदर सिंह ने लोगों की जांच करते हुए इसके बारे में पूर्ण जानकारी दी। उन्होंने समय-समय पर उपचार लेने की बात कही। इस मौके पर नवीन कुमार, महेशरा, साजिद, रतीमन, खतिजा, मुनीना आदि मरीज मौजूद रहे।