महाशिवरात्रि कल, शिव मंदिरों पर जुटेंगे श्रद्धालु
जिले की धार्मिक एवं ऐतिहासिक नगरी फिरोजपुर झिरका में अरावली पर्वतमाला के बीचोबीच बने पांडवकालीन शिव मंदिर पर आगामी 11 मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। यहां महाशिवरात्रि पर्व पर लगने वाले मेले की भी तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका: जिले की धार्मिक एवं ऐतिहासिक नगरी फिरोजपुर झिरका में अरावली पर्वतमाला के बीचोबीच बने पांडवकालीन शिव मंदिर पर आगामी 11 मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। यहां महाशिवरात्रि पर्व पर लगने वाले मेले की भी तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं।
इस संदर्भ में शिवमंदिर विकास समिति के प्रधान अनिल गोयल ने बताया कि शिव मंदिर पर लगने वाले मेले के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि के पर्व को देखते हुए मंदिर को भव्य रूप देकर रंग बिरंगी लड़ियों से सजाया जा रहा है। साथ ही मेले पर सुरक्षा की दृष्टि से सीआरपीएफ जवानों के साथ स्थानीय पुलिस की मदद ली जा रही है।
अनिल गोयल ने बताया कि देश की राजधानी दिल्ली से मात्र 110 किलोमीटर की दूरी पर नूंह जिले के शहर फिरोजपुर झिरका में अरावली के बीच प्राचीन शिव मन्दिर का इतिहास से अनूठा संबंध है। इस प्राचीन शिव मंदिर के विषय में मान्यता है कि पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान इस रमणीक स्थल पर कुछ समय व्यतीत कर शिवलिग की स्थापना कर पूजा अर्चना की थी। तभी से यह जगह तपोभूमि के रूप में विख्यात हो गई और यह शिव मंदिर लाखों लोगों की आस्था का केंद्र बन गया।
उन्होंने कहा कि यहां महाशिवरात्रि वाले दिन हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व दिल्ली सहित देश के कई राज्यों से भारी संख्या में शिव भक्त आते हैं। कोरोना को देखते हुए समिति ने बनाए नियम
महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर लगने वाले मेले व इसमें जुटने वाली भीड़ को लेकर मंदिर समिति द्वारा कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए जरूरी दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। मेले में लगने वाली दुकानों को तय दूरी के अनुसार खोलने तथा मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मास्क को अनिवार्य किया गया है। प्रधान अनिल गोयल ने बताया कि पर्व के अवसर पर कोविड-19 की रोकथाम को लेकर सरकारी दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा। कार्यक्रम में व्यवस्था बनाने के लिए वालंटियर नियुक्त किए गए हैं।