नारी सशक्तीकरण की कवायद में जुटीं हैं फातिमा खान
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर हम आपको आकेड़ा गांव से संबंध रखने वाली एडवोकेट फातिमा खान से परिचय करवा रहे है।
ओम प्रकाश बाजपेयी, नूंह
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर हम आपको आकेड़ा गांव से संबंध रखने वाली एडवोकेट फातिमा खान से परिचय करवा रहे है। जो जिले की महिलाओं के लिए नारी सशक्तीकरण के लिए पिछले आठ वर्षों से कार्य कर रही हैं।
फातिमा खान ने बताया कि (डीएलएसए) डिस्ट्रक लीगल सर्विस अथॉरिटी नूंह के पैनल अधिवक्ता की हैसियत से महिलाओं के न्याय के लिए कार्य कर रही है। जिसमें किसी भी प्रकार के अपराध की विक्टिम की थाना, वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाइन में जाकर उनकी काउंसलिग करती हैं। वो महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करते हुए न्याय दिलाने के लिए कोर्ट में फ्री न्यायिक सहायता देकर मुकदमा लड़ती हैं। उन्होंने कई बार जिले के स्कूल, कॉलेज के साथ विभिन्न संस्थानों में जाकर बच्चियों को कानूनी शिक्षा के प्रति जागरूक किया है । वो उन बालिकाओं के मध्य जाकर उनकी समस्याओं को समझकर उचित समाधान के लिए कार्य करने के लिए तत्पर तैयार रहती है । इसके अतिरिक्त वो शहर और गांव के मोहल्लों में जाकर महिलाओं को कानूनी नियमों के प्रति जागरूक करके सरकार की स्वास्थ्य एवम सामाजिक कल्याण की योजनाओं की जानकारी देकर उनको अंतिम लाभ दिलाने में जानी जाती है ।
उन्होंने बताया कि संघीय अपराध में विक्टिम खासतौर से नाबालिग बच्चियों और एससी विक्टिम को राष्ट्रीय हरियाणा लीगल सर्विस अथॉरिटी से आर्थिक सहायता भी दिलाने का काम करती है। उनका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को अपने अधिकार के प्रति जागरूक करना होता जिसके लिए वो समय-2 पर जागरूकता कैंप का आयोजन करती रहती है। उन्होंने गांव में जाकर बालिकाओं के प्राइमरी स्कूल के बाद ड्रॉप आउट को कम करने के लिए गांव में अभिभावकों से मिलकर शिक्षा के महत्व बताकर जागरूक किया है। फातिमा खान ने बताया कि महिलाओं को आर्थिक मजबूती के लिए कढ़ाई बुनाई सिलाई आदि के लिए ट्रेनिग दी जाती है। उनका एक ही सपना है कि देश के अन्य उन्नत जिलों की महिलाओं की तरह मेवात जिले की महिलाएं भी शैक्षणिक, आर्थिक, सामाजिक तौर से मजबूत एवं अपराधमुक्त हो।