ड्यूटी के प्रति गंभीर नहीं हैं पंचायत विभाग के अधिकारी व कर्मचारी
जिला उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा के सख्त निर्देश के बाद भी पुन्हाना में अधिकारियों से लेकर कर्मचारी ड्यूटी को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं।
योगेश सैनी, पुन्हाना
जिला उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा के सख्त निर्देश के बाद भी पुन्हाना में अधिकारियों से लेकर कर्मचारी ड्यूटी को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं। पुन्हाना में अधिकारी व कर्मचारी लोगों को किस तरह की सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं, इसकी बानगी देखने को लेकर जागरण संवाददाता द्वारा बृहस्पतिवार को होडल-नगीना रोड स्थित खंड पंचायत एवं विकास कार्यालय का दौरा किया गया। जहां पर अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक शासन व प्रशासन के नियमों को ठेंगा दिखा रहे थे।
जागरण पड़ताल में बृहस्पतिवार सुबह 9:15 पर बीडीपीओ कार्यालय में बीडीपीओ से लेकर एसडीओ व क्लर्क तक के कमरों पर ताला लटका हुआ था। वहीं, अन्य कर्मचारियों के कमरों में भी कर्मचारी नहीं होने से कुर्सियां खाली पड़ी हुईं थीं। इतना ही नहीं कार्यालय में चौकीदार व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी तक मौजूद नहीं थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पंचायत विभाग के अधिकारी व कर्मचारी लोगों को किस प्रकार की सुविधाएं दे पाते होंगे। बीडीपीओ सहित सभी कर्मचारी कार्यालय से नदारद रहे। वहीं, कार्यालय में 10 बजे तक भी वहां पर रुकने के बाद भी अधिकारी नहीं पहुंच पाए।अधिकारियों व कर्मचारियों की लेट-लतीफी व ड्यूटी के प्रति लापरवाही के चलते लोगों को समय पर सुविधाएं मिल पाना टेढ़ी खीर नजर आ रही है।
सुबह नौ से पांच बजे तक का है समय: सरकार द्वारा सरकारी कार्यालयों में ड्यूटी का समय सुबह नौ से शाम पांच बजे तक का होता है। नियमानुसार अधिकारी व कर्मचारियों को भी सुबह नौ बजे कार्यालय में पहुंचना जरूरी होता है, लेकिन कार्यालयों में ऐसा नहीं हो पाता है। अधिकारी ही नहीं कर्मचारी भी 10 बजे से पहले कार्यालयों में नहीं पहुंच पाते हैं। अधिकारी व कर्मचारी नियम सबके लिए समान हैं। ऐसे में लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए सभी का समय पर कार्यालयों में पहुंचना सुनिश्चित कराया जाएगा। वहीं, समय पर कार्यालय नहीं आने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी कराई जाएगी।
धीरेंद्र खड़गटा, उपायुक्त, नूंह