पानी के प्लांटों पर सीएम फ्लांइग की छापेमारी
मिनरल वाटर के नाम पर पानी के प्लांट संचालकों द्वारा शहर में सप्लाई किए जा रहे पानी की गुणवत्ता जांचने के लिए मंगलवार को सीएम फ्लांइग दस्ते ने यहां चल रहे प्लांटों पर छापेमारी की।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका : मिनरल वाटर के नाम पर पानी के प्लांट संचालकों द्वारा शहर में सप्लाई किए जा रहे पानी की गुणवत्ता जांचने के लिए मंगलवार को सीएम फ्लांइग दस्ते ने यहां चल रहे प्लांटों पर छापेमारी की। टीम ने दो प्लांटों से पानी के सैंपल जुटाकर उन्हें लैब में जांच के लिए भेज दिया है। छापेमारी के दौरान सीएम फ्लांइग के उड़नदस्ते के साथ भारी पुलिस बल था। इसके अतिरिक्त जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, फूड एंड सप्लाई, स्वास्थ्य विभाग, बिजली निगम, नगर पालिका प्रशासन की टीम सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। प्लांटों पर अचानक छापेमारी करने पहुंचे सीएम फ्लांइग दस्ते की कार्रवाई से प्लांट संचालकों में हड़कंप मच गया। कई संचालक अपने प्लांटों पर ताला जड़ फरार हो गए।
बता दें कि, शहर में पिछले कई सालों से पानी के प्लांट चला रहे मिनरल वाटर के नाम पर लोगों को न केवल ठगा जा रहा है बल्कि उनके स्वास्थ्य के साथ भी जमकर खिलवाड़ किया जा रहा है। लोगों का आरोप है कि क्षेत्र की जनता के साथ किए जा रहे इस खिलवाड़ के पीछे जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारी भी जिम्मेदार हैं। आखिर सीएम फ्लांइग को यहां छापामारी क्यों करनी पड़ी? यहां के अधिकारी क्यों नहीं कार्रवाई करते।
गौरतलब है कि वैसे तो शहर में कई जगह पानी के प्लांट चल रहे हैं। इनके पास कोई परमिशन है भी या नहीं इसका किसी को कुछ पता नहीं। जब भी छापेमारी होती है तभी ये प्लांट के संचालक अपनी दुकानों पर ताला जड़ फरार हो जाते हैं। मंगलवार को भी सीएम फ्लांइग द्वारा पानी के प्लांट चला रहे लोगों के यहां छापा मारा गया। लेकिन इसमें एक सवाल उठ रहा है कि आखिर यह उड़नदस्ता उन बड़ी मछलियों के यहां छापेमारी करने क्यों नहीं पहुंचा जो सबसे ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। यानी स्थानीय अधिकारियों द्वारा सीएम फ्लाइंग को भ्रमित रखा गया। शहर के गढ़ अंदर स्थित दो से तीन प्लांट ऐसे हैं जो शहर में पानी की सबसे ज्यादा सप्लाई करते हैं। इन प्लांटों पर यदि छापामारी होती तो निश्चित ही बड़ी मछलियां दबोच ली जाती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सीएम फ्लाइंग द्वारा पानी के प्लांट पर छापेमारी की गई है। दो प्लांट के यहां से पानी के सैंपल लिए गए हैं। टीम के साथ कई विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
नारायण दास, कनिष्ठ अभियंता, बिजली निगम