नशे से प्रभावित हो रही युवा पीढ़ी
सामाजिक संगठन मेवात कारवां ने क्षेत्र में नशे के बढ़ते कारोबार की रोकथाम को लेकर बीड़ा उठाया है।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका: सामाजिक संगठन मेवात कारवां ने क्षेत्र में नशे के बढ़ते कारोबार की रोकथाम को लेकर बीड़ा उठाया है। सामाजिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने इस बारे में एक अहम बैठक कर उपरोक्त दिशा में व्यापक स्तर पर अभियान चलाने पर सहमति जताई है। दरअसल, नूंह क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से नशे का कारोबार तेजी से बढ़ा है। हाल के दिनों में देश के नशा प्रभावित 272 जिलों में नूंह को भी चिन्हित किया गया है। ऐसे में नशा प्रभावित जिलों की सूची में शामिल किए गए नूंह को लेकर जिला प्रशासन के साथ-साथ सामाजिक संगठनों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। पंचायतों को निभानी होगी भूमिका : मेवात कारवां के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. असफाक आलम ने बताया कि आज नशे के कारण कई घर बर्बाद हो रहे हैं। इस बीमारी ने लाखों घरों को उजाड़ने व बिगाड़ने का काम किया है। इसे हमें गंभीरता से लेना चाहिए। इस बारे में गंभीरता दिखाते हुए हम सभी को इसकी रोकथाम को लेकर व्यापक कदम उठाने होंगे। यदि हमारे क्षेत्र की तमाम पंचायतें अपने-अपने यहां नशे के खिलाफ पाबंदी लगाएं तो निश्चित ही ग्रामीण युवाओं को इसके प्रभाव से बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आज के समय में अगर नशे की चपेट में कोई है तो वो युवा पीढ़ी है। युवा नशे के जाल में पड़कर न केवल अपना जीवन बर्बाद कर रहा है, बल्कि वो अपने खुशहाल घर को भी बर्बादी की ओर धकेल रहा है।