फॉलोअप: महिला की मौत के माह भर बाद भी पुलिस खाली हाथ
जले के पुन्हाना शहर में 9 जुलाई की रात राजबाला उर्फ रजनी की रहस्मय ढंग से हुई मौत को आज एक महीना हो गया है लेकिन अब भी पुलिस के हाथ खाली होने से पीड़ितों में रोष व्याप्त हैं।
जागरण संवाददाता, नूंह: जिले के पुन्हाना शहर में 9 जुलाई की रात राजबाला उर्फ रजनी की रहस्मय ढंग से हुई मौत को आज एक महीना हो गया है, लेकिन अब भी पुलिस के हाथ खाली होने से पीड़ितों में रोष व्याप्त हैं। महिला की दो बेटियां भी हैं। पुलिस ने कई दिन बाद मात्र एक ही आरोपी की गिरफ्तारी की है अन्य 9 आरोपी फरार हैं।
महिला की बेटियों ने बताया कि वह एक महीना से कई बार पुन्हाना शहर चौकी, 2-3 बार पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अलावा मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, गृहमंत्री हरियाणा सरकार, डीजीपी, आईजी रेवाडी रेंज व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली, मानव अधिकार आयोग नई दिल्ली, सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश को लिखित शिकायत देने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामला संज्ञान में लेकर जिला पुलिस को 30 दिन का समय दिया हैं। गोविंदराम ने बताया कि उनकी बेटी की दहेज के कारण हत्या कर दी गई है लेकिन अभी तक भी कानून के हाथ खाली होने से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो रहा है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से मृतका के 80 वर्षीय बुजुर्ग पिता व माता दुखी है। वे बीमार चल रहे हैं और उनको केवल कानून से न्याय की उम्मीद हैं। उन्होंने जिला पुलिस कप्तान नरेंद्र बिजारनिया से 9 नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की है।
बता दें कि, नूंह के वार्ड नं-9 निवासी गोबिन्दराम पुत्र पूरनचंद ने अपनी बड़ी पुत्री राजबाला उर्फ रजनी व छोटी पुत्री ममता की शादी पुन्हाना में की थी, लेकिन ससुराल पक्ष द्वारा बार-बार दहेज की मांग के चलते करीब एक साल पहले छोटी पुत्री को गर्भवती हालत में घर से निकाल दिया लेकिन बड़ी पुत्री रजनी की 9 जुलाई तड़के हत्या कर दी।
इस संबंध में अजय, दिनेश, कमलेश, मितलेश, पदमचंद, मुन्नी, निक्कू, पंकज, प्रीति व पति प्रेम साहू के खिलाफ थाना पुन्हाना में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस का कहना है कि एक आरोपी की गिरफ्तारी हो गई है अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही हैं।