कूड़ा घर बने लाखों की लागत वाले सार्वजनिक शौचालय
दो साल पहले पंचायत में छह शौचालय बनवाए गए थे। इनकी इमारत बनाने में लाखों की रकम भी खर्च हुई मगर सार्वजनिक शौचालय कूड़ा घर बनकर रह गए हैं।
संवाद सहयोगी, नगीना : नूंह की राजनीति बड़कली चौक से शुरू होती है। इसके बाद भी यहां सुविधाओं की कमी है। जिले के सबसे व्यस्त चौक पर सार्वजनिक शौचालय की सुविधा नहीं है। जिससे महिलाएं व व्यापारी परेशान नजर आते हैं। ऐसा नहीं है कि सार्वजनिक शौचालय बनाए नहीं गए। दो साल पहले पंचायत में छह शौचालय बनवाए गए थे। इनकी इमारत बनाने में लाखों की रकम भी खर्च हुई, मगर सार्वजनिक शौचालय कूड़ा घर बनकर रह गए हैं। छत से लेकर अंदर तक लोग कूड़ा फेक देते हैं। देखरेख के अभाव में शुरू होने से पहले इमारत जर्जर होने लगी है।
कई सालों से यहां पर शौचालय बनाने की मांग चली आ रही है। मांग को पूरी करने के लिए पंचायत विभाग ने खानापूर्ति जरूर की, लेकिन उनको दो साल बाद भी चालू नहीं किया गया। यहां तक की इनमें पानी तक की सुविधा नहीं हो पाई है। इसके अलावा बड़कली चौक पर अन्य कोई भी ऐसी सुविधा नहीं है जो लोगों को यहां पर मिल सके। यात्रियों के लिए नहीं बैठने की सुविधा: बड़कली चौक पर मेवात का ऐसा चौक है जहां से तीन राज्यों के लिए वाहन जाते हैं। बड़कली से गुरुग्राम, राजस्थान, उत्तर प्रदेश तथा एनसीआर को भी यहां से वाहन जाते हैं। इसलिए यहां पर ज्यादा भीड़ रहती है। लेकिन यहां पर यात्रियों को सवारी का इंतजार करने के लिए कोई बस क्यू शेल्टर की सुविधा भी नहीं हो सकी है। बरसात व धूप में ही लोग वाहनों को इंतजार करने को मजबूर हैं। किसी कारणवश शौचालयों का कार्य पूरा नहीं हो सका। इस संबंध में विभाग को अवगत कराया जा चुका है। उम्मीद है जल्द ही कार्य को पूरा कर इनको चालू किया जाएगा।
-नसीम सरपंच नगीना