मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना से जरूरतमंद परिवारों को मिलेगा सीधा लाभ : श्रीकांत जाधव
फोटो- 08 एमडब्ल्यूटी 39 संवाद सहयोगी तावडू हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के एडी
फोटो- 08 एमडब्ल्यूटी 39
संवाद सहयोगी, तावडू : हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने कहा कि पूरा देश आजादी का अमृत उत्सव मना रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश सरकार ने प्रदेश में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेलों का आयोजन किया है। मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेलों का उद्देश्य गरीब परिवारों को रोजगार के क्षेत्र में सक्षम बना कर उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाना है। श्रीकांत जाधव बुधवार को खंड इंडरी में आयोजित मुख्यमंत्री परिवार उत्थान मेले का जिला उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह के साथ अवलोकन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अंत्योदय परिवार उत्थान योजना जैसे मेलों के माध्यम से प्रदेश सरकार लाभपात्रों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से सीधे तौर पर लाभांवित कर रही है। उन्होंने अंत्योदय मेले के दौरान संबंधित विभागों की योजनाओं को दर्शाती हर एक स्टाल पर जाकर विभिन्न योजनाओं की बारीकी से जानकारी ली। श्रीकांत जाधव ने कहा कि विभागीय स्तर पर प्रदत्त सेवाओं को तत्परता से सरल तरीके से योजना का लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि जनसेवा को समर्पित हो मौजूदा सरकार के सात साल बेमिसाल रहे हैं और अंत्योदय की भावना से सरकार उल्लेखनीय कदम उठा रही है।
श्रीकांत जाधव ने कहा कि हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में गरीब परिवारों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना लागू की गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य अंत्योदय है। इस योजना के तहत लघु उद्यमियों को बढ़ावा दिया जा सकता है। योजना में उन परिवारों को शामिल किया गया है जिनकी वार्षिक आय एक लाख रुपये से कम है और उनकी आय को एक लाख 80 हजार रुपये तक पहुंचाना लक्ष्य रहेगा। सरकार की ओर से तीन फेज में पात्रता निर्धारित की गई है और उसी अनुरूप योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगों को अंत्योदय मेले से दिया जा रहा है।
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अंतिम व्यक्ति तक योजना का लाभ पहुंचाने में सहायक हैं मेले : कैप्टन शक्ति सिंह
अंत्योदय मेले में जिला उपायुक्त कैप्टन शक्ति ने बताया कि इस योजना का लक्ष्य पंक्ति में खड़े अंतिम परिवार को आगे लाना है। इसके लिए विभिन्न योजनाएं चिन्हित की गई हैं जो इन परिवारों की आमदनी बढ़ाने में मददगार होंगी। इनमें पात्रता के लिए एससी, बीसी, महिला, दिव्यांग को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार के लिए कृषि, मत्स्य, पशुपालन और डेयरी जैसे व्यापारिक, औद्योगिक क्षेत्रों में व्यवसाय के साथ-साथ कौशल में निपुण करने के लिए कंप्यूटर, चालक, सिलाई कढाई आदि के प्रशिक्षण भी शामिल हैं। अभियान के पहले चरण में 50 हजार से एक लाख रुपये वार्षिक आय तक के परिवारों को आय दोगुनी तक लेकर जाना है। इसके लिए बैंक का पूरा सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान ही बैंक अधिकारी लोन संबंधी औपचारिकताएं पूरी करेंगे। किसी पात्र व्यक्ति को बैंक गारंटी की आवश्यकता हुई तो उसकी भी मदद सरकार करेगी। इस दौरान अंत्योदय मेले में अतिरिक्त उपायुक्त सुभिता ढाका, एसडीएम नूंह सलोनी शर्मा, जिला रोजगार अधिकारी रणजीत रावत, बीडीपीओ बीरेंद्र सिंह सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।