गीता महोत्सव कार्यक्रम जनसहभागिता के सिद्धांत पर आयोजित किए जाएंगे
मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना जनसंपर्क और भाषा विभाग के महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव प्रदेश में जन सहभागिता के सिद्धांत पर आयोजित किया जाएगा।
संवाद सहयोगी, तावडू: मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क और भाषा विभाग के महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव प्रदेश में जन सहभागिता के सिद्धांत पर आयोजित किया जाएगा। कोई भी पर्व तभी सफल हो सकता है जब जनता मन से जुड़े। इसलिए जनसहभागिता का होना बहुत जरूरी है। जिला उपायुक्तों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस से हुई बैठक में उन्होंने जिला स्तर पर आयोजित होने वाले गीता जयंती कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों में धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाएगा। इसके अलावा गीता जयंती के दौरान सभी कार्यक्रमों का आयोजन जन सहभागिता के सिद्धांत और पवित्र गीता की मर्यादा के अनुरूप किया जाएगा। इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी विजय दहिया और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी संजय भसीन वर्चुअल माध्यम से जुड़े।
अग्रवाल ने कहा कि 12 से 14 दिसंबर तक प्रदेश के सभी जिलों में जिलास्तरीय गीता जयंती महोत्सव हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। इसमें छह कार्यक्रम, गीता सेमिनार, हवन और गीता पाठ, स्कूली छात्रों द्वारा पेंटिग और अन्य शैक्षणिक प्रतियोगिताएं, प्रदर्शनी, नगर शोभा यात्रा, श्रीमद्भागवद्गीता, महाभारत और भगवान श्रीकृष्ण के बहुआयामी व्यक्तित्व पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
सभी जिलों में 50 स्कूलों के 50-50 छात्रों द्वारा गीता के श्लोकों का उच्चारण किया जाएगा। करीब एक लाख से ज्यादा छात्र 14 दिसंबर प्रात: 11 बजकर 45 मिनट पर आनलाइन माध्यम से जुड़कर गीता पाठ करेंगे। गीता महोत्सव के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में 12 से 14 दिसंबर को हवन, गीता पाठ और महाआरती का आयोजन होगा। प्रत्येक जिले में नगर शोभा यात्रा 14 दिसंबर को और तीनों दिन 75 तीर्थों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। वीसी में एडीसी डा. सुभिता ढाका, नगराधीश जयप्रकाश सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।