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नूंह में टिड्डी दल ने एक बार फिर बोला धावा

हरियाणा के दक्षिणी क्षेत्र में पिछले कई दिनों से सक्रिय टिड्डियों के एक दल ने शनिवार की रात फिरोजपुर झिरका के दर्जनों गांवों में एक बार फिर से धावा बोल दिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Jul 2020 06:21 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 06:14 AM (IST)
नूंह में टिड्डी दल ने एक बार फिर बोला धावा
नूंह में टिड्डी दल ने एक बार फिर बोला धावा

संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका: हरियाणा के दक्षिणी क्षेत्र में पिछले कई दिनों से सक्रिय टिड्डियों के एक दल ने शनिवार की रात फिरोजपुर झिरका के दर्जनों गांवों में एक बार फिर से धावा बोल दिया। रात करीब साढ़े 10 बजे राजस्थान के भरतपुर की ओर से आए टिड्डियों का दल उपमंडल के मांडीखेड़ा, मोहम्मदबास, नांगल मुबारिकपुर सहित दर्जनभर से अधिक गांवों के ऊपर घूमता नजर आया। जिसे देख ग्रामीण किसानों में दहशत व्याप्त हो गई। टिड्डियों का यह दल करीब पांच किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ था। टिड्डियों के आने की सूचना जिला प्रशासन के अधिकारियों को दी गई। जिसके बाद कृषि विभाग के अधिकारियों ने मय दस्ते के साथ मौके पर पहुंचकर टिड्डियों को मारने के लिए ऑपरेशन चलाया। यह ऑपरेशन सुबह आठ बजे तक चलाया गया। विभाग का दावा है कि ऑपरेशन के दौरान करीब 20 फीसद टिड्डियों को मार गिराया गया है।

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बता दें कि राजस्थान का अलवर व भरतपुर जिला टिड्डियों का मुख्य केंद्र बना हुआ है। अब से 10-12 दिन पहले भी टिड्डियों के तीन अलग-अलग दलों ने जिले में घुसकर जिला प्रशासन की नींद उड़ा दी थी। हालांकि दोनों ही दफा आए टिड्डियों के दल से कोई नुकसान की खबर अभी तक सामने नहीं आई है। नुकसान न होने के पीछे कृषि विभाग की सक्रियता इसमें महत्वपूर्ण रही है। देर रात लाखों की तादात में आए टिड्डियों का दल एक बार फिर से राजस्थान की ओर मूव कर गया।

खतरा अभी बरकरार: नूंह कृषि विभाग के उपमंडल कृषि अधिकारी डॉ. अजीत सिंह ने बताया कि जिले में टिड्डियों के आने का खतरा अभी भी बरकरार है। इस माह में इनके आने का सिलसिला आगे भी देखा जा सकता है। दरअसल टिड्डियों का मुख्य केंद्र राजस्थान का भरतपुर, अलवर जिला है। इसके अलावा इनकी सक्रियता दक्षिण हरियाणा के नारनौल, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी व नूंह जिला में निरंतर बनी हुई है। ऐसे में क्षेत्र के किसानों से अपील है कि वो अपनी फसलों को लेकर पूरी तरह सतर्क रहें। टिड्डियों के आने पर किसान थाली, ड्रम, डीजे आदि बजाकर इन्हें भगाने का प्रयास करें। टिड्डियों के दल का दायरा करीब 5 किलोमीटर था। कृषि विभाग की ओर से इन्हें मारने के लिए छह दमकल गाड़ी, चार ट्रैक्टर सहित अन्य उपकरण मंगवाए गए थे। देर रात शुरू हुए ऑपरेशन में सुबह सात बजे तक 20 फीसद टिड्डियों के दल को मार गिराया गया है।

-डॉ. महावीर सिंह, डिप्टी डायरेक्टर, कृषि विभाग, नूंह।


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