विश्व निमोनिया दिवस कार्यक्रम का आयोजन
नागरिक अस्पताल नारनौल में शुक्रवार को विश्व निमोनिया दिवस मनाया गया।
जागरण संवाददाता, नारनौल: नागरिक अस्पताल नारनौल में शुक्रवार को विश्व निमोनिया दिवस मनाया गया। जिला में निमोनिया दिवस कार्यक्रम 12 से 28 फरवरी तक चलाया जाएगा। सिविल सर्जन डा. अशोक कुमार ने बताया कि निमोनिया फेफड़ों में रोगाणुओं के संक्रमण से होता है। यह एक गम्भीर बीमारी है। देश में पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु का ये सबसे बडा कारण है। इसलिए घरेलू उपचार में समय ना गंवाएं। निमोनिया के लक्षण पहचान कर बच्चे को तुरंत स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर जाएं। डा. नरेन्द्र कुमार उप सिविल सर्जन(प्रतिरक्षण), नारनौल ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान आशा वर्कर/एएनएम घर घर जाकर 0 से पांच साल तक के बच्चों का सर्वे करेगी और निमोनिया बारे में बच्चों के अविभावकों जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि किसी बच्चे को निमोनिया के लक्षण मिलते हैं तो उसको तुरन्त स्वास्थ्य केंद्र पर रेफर किया जाएगा।
बाल रोग विषेशज्ञ डा. संदीप यादव ने निमोनिया के बारे में विस्तार से बताया। उन्होनें बताया कि बच्चों में खासी जुकाम, तेजी से सांस लेना, सांस लेते समय पसली चलना या छाती का नीचे धसना व तेज बुखार आना आदि निमोनिया के लक्षण हेै। इसके अलावा उन्होंने निमानिया के गंभीर लक्षण जैसे खाना पिना छोड देना, सुस्ती या अधिक नींद आना व झटके आना के बारे में बताया। निमोनिया ग्रस्ति रोगी के खासने या छिकने से हवा में फैलता है। उन्होंने निमोनिया के बचाव के बारे में बताया कि बच्चों के शरीर केा ढककर रखें, सर्दियों में ऊनी कपडे़ पहनायें, खाना पकाने खाने तथा शौच के बाद साबुन से हाथ धोएं, पानी ढक कर रखें। छोटे बच्चों में यदि निमोनिया के लक्षण शुरुआत में पता चल जाते हैं तो बच्चा जल्दी ठीक हो जाता है और अस्पताल में भर्ती होने से बचाया जा सकता है।