हाथों के इशारों पर चलेगी व्हील चेयर
एसडी स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा निर्मित दो प्रोजेक्ट अनार के दाने अलग करने की मशीन एवं हाव-भाव आधारित व्हील चेयर का राज्य स्तर पर चयन किया गया है।
संवाद सहयोगी, कनीना : एसडी स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा निर्मित दो प्रोजेक्ट अनार के दाने अलग करने की मशीन एवं हाव-भाव आधारित व्हील चेयर का राज्य स्तर पर चयन किया गया है।
स्कूल के निदेशक जगदेव यादव ने बताया कि नन्हें विज्ञानियों द्वारा नियमित प्रयोग एवं शोध किये जाते हैं। इस प्रकार के प्रयोग सम्पूर्ण मानव जाति के लिए वरदान साबित होते हैं। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा राज्यस्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट प्रतियोगिता का आनलाइन आयोजन 5 से 15 दिसंबर तक हुआ। इसमें स्कूल द्वारा निर्मित अनार दाना अलग करने की मशीन एवं हाव-भाव से संचालित होने वाली व्हील चेयर का चयन राज्य स्तर के लिए हुआ है।
विद्यालय द्वारा तैयार मशीन अनार के दानों को आसानी से अलग कर देती है। इस मशीन का मुख्य सिद्धान्त अभिकेंद्रीय बल एवं कंपन बल है, जिसमें दानों को उसके खोल से निकालने में पर्याप्त बल मिल जाता है। हाथों के इशारों से चलेगी व्हील चेयर
स्कूल का दूसरा प्रोजेक्ट हाव-भाव पर आधारित व्हील चेयर है, जो दिव्यांगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें अन्य किसी की सहायता के बिना केवल हाथ या पैर के इशारे पर आवश्यकतानुसार दिशा प्रदान की जाती है तथा गंतव्य पर पहुंचा जा सकता है। यह प्रोजेक्ट गायरो स्कोप के सिद्धान्त पर कार्य करता है। इसमें लगने वाले सेंसर में दिशासूचक सिग्नल हैं, जो व्हील चेयर को दिशा देने व चलने में सहायता करते हैं।
विद्यालय के निदेशक ने प्रोजेक्ट हैड सोमेन्द्र एवं प्रतिभागियों को इस उपलब्धि पर बधाई दी। उन्होंने बताया कि विज्ञान विषय प्रयोगात्मक तरीके से ही पढ़ाया जाना चाहिए, जिससे विद्यार्थियों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ती है।
इस अवसर पर योगेंद्र, शमशेर, सुदर्शन, सुशीला, सुनील फौजदार, डीपी सिंह, जीतू श्रीवास्तव, सोनू कुमारी, साधना, ज्योति, पूनम, पूजा, क्षमा उपस्थित थे।