ग्रीन कारिडोर की दीवार का कब्जा लेने गई टीम का ग्रामीणों ने किया विरोध
अहीर गांव में से गुजरने वाले प्रदेश के 152-डी ग्रीन कारिडोर निर्माण के चलते ग्रामीणों का खेतों में जाने का रास्ता बंद हो गया है। इसी को लेकर एनएचएआइ की टीम का ग्रामीणों ने विरोध कर डाला। मौके पर पुलिस को बुलाना पड़ा।
संवाद सूत्र,कनीना: दौंगड़ा अहीर गांव में से गुजरने वाले प्रदेश के 152-डी ग्रीन कारिडोर निर्माण के चलते ग्रामीणों का खेतों में जाने का रास्ता बंद हो गया है। इसी को लेकर एनएचएआइ की टीम का ग्रामीणों ने विरोध कर डाला। मौके पर पुलिस को बुलाना पड़ा। बृहस्पतिवार को एनएचएआइ की टीम दीवार बनाने के लिए कब्जा लेने के लिए पहुंची थी। इस पर ग्रामीणों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया और उन्होंने कहा कि जब तक खेतों में जाने का रास्ता नहीं मिलेगा, तब तक दीवार नहीं बनाने देंगे।
इस दौरान ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार सत्यपाल कनीना, दौंगड़ा अहीर पुलिस चौकी इंचार्ज तपेंद्र सिंह भी मौजूद थे। ग्रामीणों ने मांग की कि ग्रीन कारिडोर के साथ-साथ चकबंदी के दौरान खेतों में जाने के लिए दिए गए रास्ते को खोला जाए। इसके चलते मौके पर भारी पुलिस फोर्स बुला ली गई। नायब तहसीलदार सतपाल ने जिला राजस्व अधिकारी पूनम बब्बर से बात की। किसानों ने अधिकारियों को बताया कि उनका रास्ता एनएचएआइ ने बंद कर दिया है। किसानों की बात सुनने के बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने एनएचएआइ के अधिकारियों से कहा कि पहले किसानों का रास्ता दिया जाए। इसके बाद पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारी वापिस चल गए।
बता दें कि, 2018 में ग्रीन कोरिडोर नेशनल हाईवे 152-डी के लिए किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया था। तब से लेकर गांव दौंगड़ा अहीर के ग्रामीण अपने खेतों में जाने के लिए रास्ते के लिए जिला अधिकारियों के साथ जद्दोजहद कर रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि पिछले सप्ताह जिला राजस्व अधिकारी पूनम बब्बर से मिलने के बाद तथा आज ड्यूटी मजिस्ट्रेट से ग्रामीणों को उम्मीद बंधी है कि शायद उन्हें खेतों में जाने के लिए रास्ता मिल जाए।