हकेंवि मामले को लेकर ग्रामीणों का जारी रहा धरना
केंद्रीय विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का आरोप लगाया है।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़ : केंद्रीय विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए चल रहा ग्रामीणों का धरना रविवार को भी जारी रहा। ग्रामीणों ने एक आरोपित शिक्षक तथा उनकी नियुक्ति करने वाले कुलपति के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। ग्रामीणों ने एक शिक्षक की नियुक्ति को कानूनी रूप से अवैध बताया है। विश्वविद्यालय में गांव जाट, पाली व स्थानीय लोगों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। कई लोगो को नौकरी से निकाल दिया गया है। ग्रामीणों ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान हटाए गए आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों को वापस लिया जाए और साथ में पूरे लॉकडाउन का वेतन दिया जाए। प्रत्येक कोर्स में जाट-पाली के छात्र-छात्राओं के लिए एक-एक सीट रिजर्व की जाए व पानी का दोहन बंद किया जाए। ग्रामीणों के अनुसार हकेंवि में हाल ही में हुए लगभग 90 शिक्षकों की नियुक्ति में 50 प्रतिशत के लगभग नियुक्ति विशेष जाति के लोगों को दिया गया है। इसलिए इसकी सीबीआइ जांच कराने की मांग कर रहे हैं। धरने में विनोद तंवर, राजकुमार, विजय सिंह, गौरव, महिपाल लावन, अमन भारद्वाज, हरकेश सिंह, अजय, नरेंद्र, नवीन, रवि, कपिल भारद्वाज, हनुमान सिंह, दीपक यादव आदि उपस्थित थे।