फालोअप: 19 युवाओं को भर्ती करवाने का सवा करोड़ में हुआ था सौदा
- एक युवक को भर्ती करवाने का सौदा छह लाख रुपये में होता था तय - दिल्ली के गांव पालम स्थित बहन के
- एक युवक को भर्ती करवाने का सौदा छह लाख रुपये में होता था तय
- दिल्ली के गांव पालम स्थित बहन के किराये के घर में रहता था आरोपित
फोटो संख्या : 31 व 32
सुनील कुमार, नारनौल
गांव शोभापुर के फर्जी कर्नल अमित शर्मा ने 19 युवाओं को आर्मी में भर्ती करवाने के नाम पर करीब सवा करोड़ रुपये में सौदा तय किया था। एक युवा को भर्ती करवाने के लिए छह लाख रुपये लिए जाते थे। कोर्ट में दोबारा से लिए गए पुलिस रिमांड में उसने कई राज उगले है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपित ने पूछताछ में बताया कि कुछ युवाओं के परिजनों ने तो छह लाख रुपये के हिसाब से रुपये दे भी दिए थे। वहीं पुलिस आरोपित को रिमांड के दौरान दिल्ली के गांव पालम में उसकी बहन के किराये के घर पर लेकर गई। जहां पर पुलिस को एक लाख रुपये की नकदी, चार फर्जी मोहर व एक सेना की वर्दी और बरामद हुई है। पुलिस ने मंगलवार को एक दिन का पुलिस रिमांड खत्म होने पर दोबारा से कोर्ट में पेश किया, जहां से अदालत ने आरोपित को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इससे पहले रिमांड के दौरान पुलिस सेना की वर्दी व अन्य सामान बरामद कर चुकी है।
बताया जाता है कि पालम गांव में जहां पर यह नकली अफसर रहता था, वहां सेना के अन्य जवानों ने भी कमरे किराए पर लिए हुए थे। सेना के जवानों में पूरा रुतबा जमाने व लोगों को फांसने के लिए अक्सर आरोपित सेना की वर्दी में आता था। यहां पर रहने वाले कुछ लोगों ने धीरे-धीरे संपर्क साधा तो फर्जी अफसर के पीए ने नौकरी लगाने की बात भी कही। इससे लोग झांसे में आने शुरू हो गए। पहले बरगलाया अब कर रहा सहयोग
पुलिस टीम की मानें तो आरोपित अमित शर्मा पूछताछ के शुरुआती दौर में पुलिस को बरगला रहा था। पहले लिए गए रिमांड में पुलिस को काफी बरगलाया व पुलिस को कुछ खास चीजें हाथ नहीं लगी। जब दोबारा कोर्ट में पेश कर एक दिन का रिमांड लिया तो आरोपित पुलिस पूछताछ में टूट गया। वर्जन:
आरोपित को मंगलवार को दोबारा कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा गया था। अभी आरोपित से पूछताछ की जा रही है। इसने करीब 19 युवकों से भर्ती करवाने के नाम पर रुपये लिए थे। किससे कितने रुपये लिए, इसकी जांच की जा रही है।
- गौरव शर्मा, इंस्पेक्टर, शहर थाना प्रभारी दादरी।