सिहमा में शहीद धर्मपाल को दी श्रद्धांजलि
भारत-पाक 1971 युद्ध के वीर शहीद लेफ्टिनेंट धर्मपाल यादव के बलिदान के 50 वर्ष पूरे होने पर सिहमा के बाबा खेतानाथ पार्क में स्थित शहीद की मूर्ति के समक्ष बृहस्पतिवार को सुबह हवन किया गया।
संवाद सूत्र,सिहमा: भारत-पाक 1971 युद्ध के वीर शहीद लेफ्टिनेंट धर्मपाल यादव के बलिदान के 50 वर्ष पूरे होने पर सिहमा के बाबा खेतानाथ पार्क में स्थित शहीद की मूर्ति के समक्ष बृहस्पतिवार को सुबह हवन किया गया। उसके उपरांत शहीद की श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पहुंचे रिटायर्ड सेना के अधिकारी मेजर जनरल पीके सिवाच, मेजर जनरल रोहित गुप्ता, ब्रिगेडियर एससी उप्पल, कर्नल नरेंद्र बहल, प्रशांत गुप्ता, लेफ्टिनेंट कर्नल कुशाग्र अरोड़ा ने शहीद को सलामी देकर गार्ड ऑफ ऑनर दिया। कार्यक्रम में सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह, विधायक सीताराम यादव, पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह,आल इंडिया एक्स सर्विसमैन वेलफेयर सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भारत रतन डाक्टर भीमराव आंबेडकर अध्ययन केंद्र के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष धर्मपाल चौधरी और पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव ने शहीद की मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन भेंट किए। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे सेना के अधिकारियों व सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह ने कहा कि देश आज शहीदों के बलिदान की बदौलत खुली हवा में श्वास ले रहा है।
सांसद धर्मवीर ने कहा 1971 के भारत-पाक युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय अमेरिका एक महाशक्ति था। अमेरिका ने इस युद्ध में भारत को पीछे हटने की धमकी दी थी लेकिन भारत अपने वीर सैनिकों के दम पर अमेरिका की धमकी से घबराया नही और भारत के वीर सैनिकों ने अदम्य साहस का परिचय और बलिदान देकर पाकिस्तान को पराजित कर तिरंगे की शान बढ़ाई। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं ऐसे क्षेत्र का बतौर सांसद प्रतिनिधित्व करता हूं जो देश की सेवा और बलिदान देने के मामले में सबसे आगे रहता है। सेना के जवानों के बलिदान की बदौलत भारत का नाम पूरे विश्व में सम्मान से लिया जाता है। कार्यक्रम का मंच संचालन अमर सिंह निम्होरिया ने किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों के सम्मान में विभिन्न स्कूलों की स्कूली छात्राओं ने देश भक्ति गीत संगीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में पहुंचे सेना के अधिकारियों, सांसद, विधायक व विशिष्ट अतिथियों का पूर्व सरपंच सूबे सिंह, विक्रम सिंह, नरेश कुमार, एडवोकेट हेमंत सिहमा, देवेंद्र पंच, वेदप्रकाश, अजीत सिंह ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया। शहीद के सम्मान में 14 कुमाऊं रेजिमेंट के अधिकारियों ने सलामी देकर तथा जवानों की एक टुकड़ी ने शस्त्र झुकाकर शहीद लेफ्टिनेंट धर्मपाल यादव को अपनी सलामी दी और मातमी धुन बजाई। मेजर जरनल पीके सिवाच ने कहा कि जब-जब इस देश को बलिदान की जरूरत पड़ी तो शहीद लेफ्टिनेंट धर्मपाल यादव जैसे वीरों ने आगे बढ़़कर मां भारती के लिए बलिदान दिया है। इस मौके पर रमेश तंवर, प्राचार्य जेपी कौशिक, बाबूलाल यादव, रामचंद्र चेयरमैन, कंवर सिंह साहब, सूबेदार लक्ष्मी नारायण, राजेंद्र दुबलाना, हरिओम जिलेदार, चेयरमैन विजय सिंह, अशोक शर्मा, कृष्ण अवतार, सहित सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष उपस्थित थे।