पासपोर्ट बनवाने के लिए मोबाइल पर करें एप डाउनलोड
पासपोर्ट बनवाने से पहले अब फाइल खरीदने की आवश्यकता नहीं है। यह कार्य अब खुद ही अपने मोबाइल से भी कर सकते हैं। यह सुविधा चालू है और कोई भी इसका लाभ ले सकता है..
राजकुमार, नारनौल
अब पासपोर्ट बनवाने से पहले फाइल खरीदने की आवश्यकता नहीं है। यह कार्य आप खुद ही अपने मोबाइल से कर सकते हैं। यह सुविधा चालू है और कोई भी इसका लाभ ले सकता है।
बता दें कि सरकार ने दो साल पहले ही पासपोर्ट कार्य को ऑनलाइन कर दिया था। इसके लिए अपने मोबाइल में भी एप डाउनलोड कर उस पर डाटा फीड करके देश के किसी भी कौने में सुविधाजनक स्टेशन अनुसार अपाइंटमेंट ले सकते हैं।
प्ले स्टोर में यह एप एम पासपोर्ट सेवा नाम से उपलब्ध है। एप इंस्टाल करने के उपरांत उसमें निजी जीवन से संबंधित डाटा फीड करना होगा। डाटा फीड करके उसे खुद ही सत्यापित भी करना होगा। डाटा की वेरिफिकेशन कराने के लिए पासपोर्ट सेवा केंद्र पर जाना होगा। इसके लिए एप्लीकेशन में ही डाटा फीड के दौरान आप्शन की सुविधा दी गई है। जब अपाइंटमेंट फाइनल हो जाए तो संबंधित सेवा केंद्र जाकर वेरिफिकेशन करानी होगी। ये दस्तावेज होने जरूरी :
पासपोर्ट केंद्र सेवा की सेवा लेते वक्त नागरिकों को पासपोर्ट फोटो, फिंगर ¨प्रट व फाइल ¨प्रट की प्रक्रिया से गुजरना होगा। आवेदक को सेंटर पर टोकन मिलेगा। यह सब होने के बाद कस्टमर सर्विस एग्जीक्यूटिव इस फाइल को आगे दिल्ली मुख्यालय को भेज देगा। नारनौल में लगाया गया है चार का स्टाफ :
शहर के मुख्य डाकघर में पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र खोला गया है। उसपर चार का स्टाफ लगाया गया है। इसमें दो स्टाफ पासपोर्ट से तो दो स्टाफ पोस्ट ऑफिस लगाया गया है। पुलिस वेरिफिकेशन वहीं, जहां के मूल निवासी :
पासपोर्ट बनवाने में अगर किसी के खिलाफ कोई पुलिस केस नहीं है तो नागरिक को खुद ही सत्यापन की छूट दी गई है। अगर कोई गलत जानकारी देगा तो वह खुद ही जिम्मेदार होगा। मगर इसमें चरित्र सत्यापन पुलिस ही करेगी। जहां का नागरिक मूल निवासी होगा, वहीं की पुलिस वेरिफिकेशन करेगी। उदाहरण के तौर पर कोई कोलकाता का रहने वाला है और नारनौल में रहता है तो पुलिस वेरिफिकेशन कोलकाता ही होगी। सारी प्रक्रिया समय पर होने उपरांत महज एक सप्ताह में पासपोर्ट मिलने का प्रावधान किया जा रहा है।