जिले की आबोहवा में नहीं हो रहा सुधार, नारनौल का एक्यूआई 311 पहुंचा
जिले का एक्यूआइ स्तर में सुधार नहीं होने से आबोहवा खराब होती जा रही है। सोमवार को हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में कोई खास सुधार देखने को नहीं मिला। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान अनुसंधान प्रणाली और केंद्रीय पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर प्रदेश की आबोहवा रहने लायक नहीं है।
जागरण संवाददाता, नारनौल: जिले का एक्यूआइ स्तर में सुधार नहीं होने से आबोहवा खराब होती जा रही है। सोमवार को हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में कोई खास सुधार देखने को नहीं मिला। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान, अनुसंधान प्रणाली और केंद्रीय पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर प्रदेश की आबोहवा रहने लायक नहीं है।
राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डा. चंद्र मोहन ने बताया कि सोमवार को दोपहर मुख्य जिलों का वायु गुणवत्ता सूचकांक नारनौल 311 का बहुत खराब श्रेणी में रहा। जबकि गुरुग्राम 397, हिसार 391, जींद 356, बहादुरगढ़ 346, फरीदाबाद 334, रोहतक 324 और कुरुक्षेत्र 318 रहा। उन्होंने बताया कि पीएम दस बेहद खराब श्रेणी में 397 और पीएम 2.5 गंभीर श्रेणी में 402 दर्ज किया गया। सोमवार को महेंद्रगढ़ में 8.4 और नारनौल में 10.0 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। मौसम फिर से गतिशील होने की संभावना: नोडल अधिकारी ने बताया कि आने वाले दिनों में वायु की दिशा और गति बदलने वाली है। हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में एक-दो और पांच-छह दिसंबर को मौसम फिर से गतिशील एवं परिवर्तनशील होने वाला है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बनने जा रहा है, जिससे हवाओं की दिशा में बदलाव होगा और दक्षिणी पूर्वी नमी वाली हवाओं का मिलन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय प्रणाली से होगा। जिसकी वजह से पूरे एरिया में बादल अपना डेरा जमा लेंगे व सीमित क्षेत्रों में हल्की बारिश और ओलावृष्टि पड़ने की संभावना बनी रहेगी।
साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों पर भारी मात्रा में हिमपात भी होगा, जिसकी वजह से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट आने की संभावना बन रही है। उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआइ को अच्छा, 51 और 100 को संतोषजनक, 101 और 200 को मध्यम, 201 और 300 को खराब, 301 और 400 के बीच बहुत खराब और 401 और 500 को गंभीर माना जाता है।