अनियंत्रित होकर नाले में गिरी कार, बाल-बाल बचे लोग
सोमवार सुबह तेज रफ्तार गाड़ी अनियंत्रित होकर बस स्टैंड के पास गंदे नाले की सेफ्टी दीवार को तोड़ते हुए नीचे गिर गई। गनीमत रही कि गाड़ी के दोनों एयर बैग खुल गए नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। गाड़ी में सवार तीन लोगों की जान बच गई। दुर्घटना होने का मुख्य कारण गाड़ी की तेज गति बताया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, नारनौल: सोमवार सुबह तेज रफ्तार गाड़ी अनियंत्रित होकर बस स्टैंड के पास गंदे नाले की सेफ्टी दीवार को तोड़ते हुए नीचे गिर गई। गनीमत रही कि गाड़ी के दोनों एयर बैग खुल गए नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। गाड़ी में सवार तीन लोगों की जान बच गई। दुर्घटना होने का मुख्य कारण गाड़ी की तेज गति बताया जा रहा है।
बता दें कि गंदे नाले के पास सफेद पट्टी पूरी तरह गायब हो चुकी है। इस कारण भी बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से अभी तक सड़क पर सफेद पट्टी या रिफ्लेक्टर नहीं लगाए जा सके हैं। वाहन चालक को घुमावदार मोड़ होने का पता नहीं चल पाता है और दुर्घटना घटित हो जाती है। हालांकि, पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग के अधिकारियों का दावा है कि शहर के अंदर सफेद पट्टी और रिफ्लेक्टर लगाने का कार्य पीडब्ल्यूडी के अंडर नहीं आता है। इसकी वजह से शहर में रिफ्लेक्टर लगाने का कार्य अभी पूरा नहीं हो पाएगा। शहर के मुख्य मार्गों पर लगाने थे रिफ्लेक्टर और सफेद पट्टी: पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा नवंबर में रिफ्लेक्टर और सफेद पट्टी लगाने का कार्य शुरू होना था, लेकिन अभी तक रिफ्लेक्टर और सफेद पट्टी का कार्य शुरू नहीं किया गया है। कोहरे में 20 से 30 मीटर की दूरी भी वाहन चालक को नहीं दिखाई देती है। ऐसे में वाहन चालक रिफ्लेक्टर और सफेद पट्टी के सहारे ही अपने गंतव्य तक पहुंच पाता है। ट्रैफिक पुलिस द्वारा दुर्घटना संभावित स्थानों को चिन्हित कर पीडब्ल्यूडी विभाग को भी अवगत करवा दिया गया था, लेकिन इसके बाद भी विभाग ने शहर के साथ-साथ अन्य चिन्हित स्थानों पर सफेद पट्टी या रिफ्लेक्टर का कार्य पूरा नहीं किया। जिले में चिन्हित डेथ प्वाइंट पर सेफ्टी दीवार, सफेद पट्टी बनाने का कार्य सोमवार से शुरू कर दिया गया है। इस अभियान के तहत सबसे पहले झगड़ोली नहर के पास वाहनों को दुर्घटना से बचाने के लिए कार्य किया गया है। जिसके बाद सभी चिन्हित डेथ प्वाइंट पर सफेद पट्टी और रिफ्लेक्टर लगाने का कार्य किया जाएगा। आगामी दो सप्ताह में ज्यादातर डेथ प्वाइंट वाले स्थानों पर कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
अश्विनी कुमार, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी विभाग नारनौल