जिले में न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री दर्ज किया
जागरण संवाददाता नारनौल उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर लगातार भारी हिमपात हो रहा है जिसका अ
जागरण संवाददाता, नारनौल: उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर लगातार भारी हिमपात हो रहा है, जिसका असर उत्तरी मैदानी राज्यों पर साफ नजर आ रहा है। उत्तरी बर्फीली पवन मैदानी क्षेत्र में कहर बरपा रही है, जिसकी वजह से प्रदेश पर कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है। जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल, महेंद्रगढ़, सतनाली, अटेली मंडी, नांगल चौधरी और कनीना में ठंड से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। जिले में न्यूनतम तापमान ने पिछले सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। सोमवार को सुबह के समय जहां कोहरा छाया रहा, वहीं दोपहर के समय कुछ समय के लिए सूर्यदेव ने दर्शन दिए। इसके बाद फिर से आसमान में बादल छा गए और सूर्यदेव पुन: गायब हो गए। इस वजह से जिलावासियों को कड़ाके की ठंड से राहत नहीं मिली। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डा. चंद्रमोहन ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ प्रदेश में सबसे ठंडा स्थान रहा है, जहां न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस रहा। महेंद्रगढ़ प्रदेश तीन दिनों से न्यूनतम और अधिकतम तापमान में पहले स्थान पर काबिज है। वहीं नारनौल तीसरे स्थान पर रहा, जिसका न्यूनतम तापमान 5.2 और अधिकतम तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिसार 4.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ दूसरे स्थान पर रहा। महेंद्रगढ़ में न्यूनतम तापमान में 3.5 डिग्री सेल्सियस और नारनौल में एक डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज हुई है। जबकि रविवार को तेज और उष्ण धूप की वजह से अधिकतम तापमान में हल्की बढ़त दर्ज हुई है। जिले में कोहरे और धुंध की वजह से ²श्यता 20-30 मीटर होने से वाहनों की गति पर भी अंकुश लग गया। जिला महेंद्रगढ़ में सोमवार को दोपहर बाद सूर्य देव के दर्शन हुए, जिसकी वजह से आमजन को कड़ाके की ठंड से राहत मिलने लगी। लेकिन, धूप में बादल और सूर्य की लुकाछिपी की वजह और हवाओं में तेजी की वजह से ठंड से ज्यादा राहत नहीं मिल पाई। वर्तमान में एक कमजोर वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से दो पवनों के मेल से पूरे प्रदेश और महेंद्रगढ़ जिले पर बादलवाई बनी हुई है। इसकी वजह से मौसम गतिशील और परिवर्तनशील बना हुआ है।