वेबिनार में लोकल के लिए वोकल होने पर दिया जोर
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि) महेंद्रगढ़ में चल रहे तीन दिवसीय बेबिनार का समापन हो गया।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़ :
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि) महेंद्रगढ़ में चल रहे तीन दिवसीय वेबिनार का सोमवार को समापन हो गया। कुलपति प्रो आरसी कुहाड़ ने स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मैनेजमेंट स्टडीज द्वारा महामारी के बाद के परि²श्य में प्रबंधकों के लिए निर्माण क्षमता विषय पर आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार के समापन सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी ने मानव जीवन के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक जीवन के समक्ष चुनौतियां पेश की हैं। आत्मनिर्भरता का भाव भारत के लिए नया नहीं है और यह हमेशा से ही हमारे लोकाचार में शामिल रहा है। विश्वस्तर पर व्यापारिक तालमेल पहले की तरह ठीक होने में समय लगेगा ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करना समय की मांग है। अब हमें लोकल के प्रति वोकल होना होगा। उन्होंने वेबिनार के आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि देश-विदेश के विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर इस महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा अवश्य ही लाभकारी साबित होगी और नई सोच के साथ आगे बढ़ने का बल प्रदान करेगी। समापन सत्र में प्रो. जस्टीन पॉल मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रो. डीपीएस वर्मा ने कोरोना काल में प्रबंधन शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डाला। वहीं नेशनल टेक्निकल यूनिवर्सिटी सिगापुर की प्रो. ली चु कींग ने कोविड के बाद अर्थव्यवस्था में खानाबदोश की भूमिका से प्रतिभागियों को अवगत कराया। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कंज्यूमर स्टडीज के मुख्य संपादक एवं अमेरिका के प्यूर्टो रिको विश्वविद्यालय के प्रो. जस्टीन पॉल ने कोविड-19 के बाद व्यावसायिक एनवायरनमेंट, अवसर और चुनौतियां विषय पर चर्चा की। कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. दिव्या ने स्वागत भाषण दिया। स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मैनेजमेंट स्टडीज के अधिष्ठाता डॉ. आनंद शर्मा ने कोरोना वैश्विक महामारी से निपटने में भारतीय लोकाचार की भूमिका पर विचार रखे। प्रबंधन अध्ययन विभाग के सहायक आचार्य डॉ. अजय पाल शर्मा ने करियर विकास में सॉफ्ट स्किल्स के महत्व पर चर्चा की। सहायक आचार्य डॉ. सुनीता तंवर ने सभी का आभार प्रकट किया। वेबिनार के दूसरे सत्र में प्रो. बीके नागल मुख्य वक्ता रहे। प्रबंधन अध्ययन विभाग की सहायक आचार्य डॉ. सुनीता तंवर ने कोविड-19 के बाद के परि²श्य में रोजगार की गतिशीलता पर चर्चा की। सहायक आचार्य डॉ. अजय कुमार, गुरू गोविद सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के डॉ. प्रमोद कुमार नायक, बैंगलुरू से डॉ. जयशंकर, मधुसुदन शर्मा, एमपी डॉट कॉम के को-फाउंडर अजय कुमार तथा केप्को टेक के अंकित, प्रबंधन अध्ययन विभाग की सहायक आचार्य व कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. दिव्या ने अपने विचार रखे।