एसडीएम ने डीसी को सौंपी हादसे की जांच रिपोर्ट
जैनपुर स्थित अरावली पर्वत श्रंखला में 19 जनवरी को अवैध रूप से खनन किया गया जा रहा था। हादसे के दौरान अवैध विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। दुर्घटना वाला पहाड़ जैनपुर पंचायत के नाम से है जबकि वन विभाग ने पौधारोपण किया हुआ है। यह जांच रिपोर्ट एसडीएम मनोज कुमार ने उपायुक्त अजय कुमार और उच्चाधिकारियों को सौंपी है।
बलवान शर्मा, नारनौल
जैनपुर स्थित अरावली पर्वत श्रंखला में 19 जनवरी को अवैध रूप से खनन किया गया जा रहा था। हादसे के दौरान अवैध विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। दुर्घटना वाला पहाड़ जैनपुर पंचायत के नाम से है, जबकि वन विभाग ने पौधारोपण किया हुआ है। यह जांच रिपोर्ट एसडीएम मनोज कुमार ने उपायुक्त अजय कुमार और उच्चाधिकारियों को सौंपी है।
एसडीएम ने रिपोर्ट में बताया कि 19 जनवरी को एसडीएम, डीएसपी नारनौल, तहसीलदार नांगल चौधरी, बीडीपीओ नांगल चौधरी, एसएचओ नांगल चौधरी, खनन विभाग से फिल्ड स्टाफ कुमारी मनीषा, नरेंद्र, पुनीत, बालकिशन, राकेश खनन रक्षक तथा वन विभाग के अधिकारियों के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान खदानों में बड़े-बड़े पत्थर गिरे हुए पाए गए। इनको अर्थमूवर की सहायता से बचाव कार्य चलाकर हटाया गया। मलबे के नीचे कोई व्यक्ति और वाहन नहीं मिला। स्थानीय नागरिकों से पता चला कि 19 जनवरी को सुबह साढ़े दस बजे यह हादसा घटित हुआ था। इसमें राजस्थान के पाटन एरिया के गांव रैया बास निवासी एक व्यक्ति की मौत हुई है तथा एक-दो घायल हुए हैं। निरीक्षण के दौरान विस्फोटक सामग्री और औजार पाए गए। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जैनपुर गांव का यह पहाड़ गैरमुमकिन है और मलकियत पंचायत की है। इस पर वन विभाग ने पौधारोपण किया हुआ है। यह क्षेत्र अरावली वन क्षेत्र के तहत आता है। यहां पर खनन कार्य पूर्णतया प्रतिबंधित है। खनन कार्य पूर्ण रूप से अवैध है। इसे रोकने के लिए टास्क फोर्स और जिला टास्क फोर्स द्वारा संबंधित विभागों को समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। नवंबर 2020 से अभी तक अवैध खनन में शामिल वाहनों को कई बार पैनल्टी की गई है। वन विभाग द्वारा भी इस क्षेत्र में खनन रोकने के लिए टीम गठित की गई है। खनन रक्षकों की ड्यूटी लगाई हुई है। 17 दिसंबर को जैनपुर में ट्रंच भी खुदवा कर रास्ते बंद किए गए थे। इसके बावजूद खनन माफिया चोरी छुपे खनन करता रहता है। इनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई के लिए विशेष प्रयास करने होंगे।