परिजनों ने की सीबीआइ जांच की मांग
गत 17 जून को सेना से छुट्टी आए जवान संजय की हत्या के मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई व मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर जवान की पत्नी पूनम कुमारी ने पथरवा के ग्रामीणों के साथ सतनाली नायब तहसीलदार के क्लर्क बाबूलाल के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहरलाल को हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा है।
संवाद सहयोगी, सतनाली : गत 17 जून को सेना से छुट्टी आए सेना के जवान संजय की हत्या के मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई व मामले की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर जवान की पत्नी पूनम कुमारी ने पथरवा के ग्रामीणों के साथ सतनाली नायब तहसीलदार के क्लर्क बाबूलाल के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहरलाल को हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन के माध्यम से जवान संजय की पत्नी पूनम ने बताया कि उसका पति गत 17 जून को छुट्टी लेकर घर आया था तथा इस दौरान रात करीब साढ़े 12 बजे के आसपास उसके पति की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में सतनाली थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी राजेंद्र कौशल ने आरोपितों से सांठ-गांठ कर इसे सड़क हादसा व लड़ाई-झगड़ा दिखाकर आरोपितों के बयान पर ही विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया। इसके बाद प्रशासन व सरकार के साथ-साथ सेना के अधिकारियों को अवगत करवाए जाने के बाद सतनाली थाना प्रभारी अरविद को लगाया गया तथा बाद में एसपी से न्याय की गुहार लगाने के बाद राजेंद्र कौशल को लाइन हाजिर कर दिया गया। मामले में निष्पक्ष जांच की मांग व सीसीटीवी फुटेज व साक्ष्य के तौर पर सीडी साथ लगाकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाने के बाद पुलिस ने मामले में पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि मामले में भारत सरकार के समक्ष गुहार लगाने के बाद भी पुलिस मामले में थाना प्रभारी की भूमिका को नजरंदाज कर रही है तथा तत्कालीन थाना प्रभारी राजेंद्र कौशल ने जांच के दौरान उल्टे ग्रामीणों पर ही दवाब बनाने के आरोप लगाए। इस मामले में पुलिस उपाधीक्षक ने जांच में थाना प्रभारी को क्लीन चिट दे दी तथा ग्रामीणों के आरोपों को बेबुनियाद बताया। ग्रामीणों ने ज्ञापन में पुलिस जांच पर सवाल उठाए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पूरे मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी राजेंद्र कौशल आरोपितों से मिले हुए थे तथा एक पूर्व मंत्री व वर्तमान मंत्री के रिश्तेदार होने के कारण मामले में उन्हें क्लीन चिट दी गई। उन्होंने सवाल उठाया कि पुलिस जांच के दौरान थाना प्रभारी को निलंबित क्यों नहीं किया गया। मृतक संजय की पत्नी पूनम ने मुख्यमंत्री से तत्कालीन थाना प्रभारी के सरकारी व निजी फोन की कॉल डिटेल निकलवाकर जांच करवाने तथा मामले की सीबीआइ जांच कर तत्कालीन थाना प्रभारी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उसके पति को न्याय नहीं मिला तो वह अनिश्चितकालीन धरने, भूख हड़ताल व आमरण अनशन के लिए मजबूर होगी।
इस अवसर पर गीता देवी, माया देवी, बिमला, राजेंद्र सिंह, विजयपाल, मनफूल, रतिराम, दयानंद, शीशराम, चिरजीलाल व शकुंतला देवी सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।