जागरण संवाददाता, नारनौल: जिले में ओवरलोड डंपरों को छुड़वाने के नाम पर एक लाख 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने के प्रकरण में आरटीए कार्यालय के एक कर्मचारी व दो दलाल फंस गए हैं। सीएम फ्लाइंग द्वारा की गई कार्रवाई में कई बड़ी मछलियां फंसने की संभावना है। सीएम फ्लाइंग ने इस मामले में कार्रवाई कर सदर पुलिस थाने के हवाले कर दिया है। इस हाई प्रोफाइल मामले की जांच डीएसपी नरेंद्र सिंह एसपी चंद्रमोहन की निगरानी में कर रहे हैं। मंगलवार को आरोपित को न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस टीम आरोपितों को पुलिस रिमांड की मांग करेगी।
सूत्रों से पता चला है कि ट्रांसपोर्टर राकेश सांगवान व महेश चंदेला के 19 डंपर गोरी दूधवा राजस्थान में चलते हैं। 15 फरवरी को खनन विभाग की टीम ने उनके एक डंपर को पकड़ लिया और वजन करवाया। डंपर में निर्धारित वजन से 2 टन अधिक माल भरा हुआ था। ट्रांसपोर्टर के कहने पर दलाल मुकेश सैनी व अशोक ने आरटीए कार्यालय में कार्यरत अभय नामक कर्मचारी खनन विभाग की टीम के साथ बात की। अभय ने खनन विभाग की टीम को डंपर को छोड़ने के लिए बोल दिया। सूत्रों का कहना है कि सौदा एक लाख 50 हजार रुपये में तय हो गया। लेकिन ट्रांसपोर्टर ने 6 फरवरी तक यह राशि नहीं दी। इसके बाद मुकेश व अभय 7 फरवरी को टांसपोर्टर के क्रशर पर चले गए और उक्त राशि की मांग की। मौके पर मौजूद महेश चंदेला ने 70 हजार रुपये देने के लिए सहमति दे दी पर उन्होंने यह राशि लेने से इंकार कर दिया। महेश ने इस संबंध में सीएम फ्लाइंग को शिकायत कर दी। सीएम फ्लाइंग ने डीएसपी देवेंद्र यादव के नेतृत्व में उक्त राशि देने के लिए नारनौल में छापा मारने की तैयारी कर ली। महेश चंदेला ने फोन पर अभय से यह राशि देने के लिए नारनौल में स्थान निर्धारित कर लिया। लेकिन इस बीच सूचना लीक हो गई और अभय रिश्वत राशि लेने की बजाए स्थान बदलने लगा। हालांकि उसकी आडियो रिकार्डिंग के आधार पर डीएसपी देवेंद्र सिंह ने मुकदमा दर्ज करने के लिए मामला सदर पुलिस थाने में भेज दिया। सदर पुलिस ने इस मामले में दोनों दलाल व आरटीए कार्यालय के कर्मचारी अभय को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल अभय तीन दिन के पुलिस रिमांड पर है और मंगलवार को दोबारा से न्यायालय में पेश किया जाएगा। हालांकि पूछताछ में कई बड़ी मछलियां फंसने की संभावना है। क्योंकि माइनिग विभाग के अधिकारियों ने अभय के कहने से डंपर कैसे छोड़ा। अभय को सीएम फ्लाइंग के छापे की सूचना किसने दी। इन तमाम बातों का खुलासा होना अभी शेष है। सूत्रों की माने तो ओवरलोड डंपर चालकों को आरटीए व अन्य अधिकारियों की लोकेशन देने का कार्य यह रैकेट भी कर रहा था। इस बारे में सदर थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपितों को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। एसपी चंद्रमोहन ने बताया कि अभी कई खुलासे होने शेष हैं। आरटीए डीएसपी विजेन्द्र सिंह ने कहा कि कर्मचारी डीसी रेट पर कार्य करता है और वह तीन दिन से कार्यालय में नहीं आ रहा है। उसकी गिरफ्तारी की जानकारी नहीं है।
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