आरटीए कार्यालय के रिश्वतखोर कर्मचारी का मोबाइल बरामद, खुलेंगे राज
जिले में ओवरलोड डंपरों को छुड़वाने के नाम पर एक लाख पचास हजार रुपये की रिश्वत मांगने के प्रकरण में फंसे आरटीए कार्यालय के कर्मचारी से मोबाइल रिकवर कर लिया गया है।
जागरण संवाददाता, नारनौल: जिले में ओवरलोड डंपरों को छुड़वाने के नाम पर एक लाख पचास हजार रुपये की रिश्वत मांगने के प्रकरण में फंसे आरटीए कार्यालय के कर्मचारी से मोबाइल रिकवर कर लिया गया है। मोबाइल से इस हाईप्रोफाइल मामले की परतें खुलने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही उसकी काल डिटेल्स भी खंगाली जा रही हैं। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आखिर 15 फरवरी को सीएम फ्लाइंग के छापे की सूचना कहां से और किसने लीक की।
पुलिस को अभी तक मिले सुराग इस जांच को सही दिशा में लेकर जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि आरोपित कर्मचारी ने अपना मोबाइल रिश्तेदार को दे दिया था। हालांकि यह भी आशंका है कि मोबाइल से मोबाइल नंबर की सूची व संदेश डिलीट कर दी गई हो। लेकिन तकनीकी टीम इन तमाम सूचनाओं को दोबारा से रिकवर कर लेगी। आरोपित कर्मचारी को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया था। न्यायालय ने उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर दोबारा से भेज दिया। बृहस्पतिवार को उसे फिर से न्यायालय में पेश किया जाएगा।
गौरतलब है कि ट्रांसपोर्टर महेश चंदेला ने आरटीए कार्यालय के कर्मचारी अभय पर 1 लाख 50 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए सीएम फ्लाइंग को शिकायत की थी। यह राशि ओवरलोड डंपर को खनन विभाग से छुड़ाने के एवज में मांगी गई थी। फ्लाइंग ने आरोपित को रंगे हाथ पकड़ने के लिए 15 फरवरी को पूरी योजना बना ली थी, लेकिन इस बीच सूचना लीक हो गई और आरोपित कर्मचारी रिश्वत राशि खुद लेने की बजाए अलग-अलग स्थानों पर रखने की बात कहने लगा। लेकिन उसकी आडियो रिकार्डिंग व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सीएम फ्लाइंग ने मामले की जांच करते हुए सदर पुलिस थाने में भ्रष्टाचार के मामले की एफआइआर दर्ज करवा दी। इस मामले की जांच पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन की निगरानी में डीएसपी कर रहे हैं। मामला हाईप्रोफाइल होने की वजह से कई बड़ी मछलियों के पकड़े जाने की संभावना है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि छापे की सूचना किसने लीक की थी। हालांकि अभी तक आरोपित ने पुलिस को कोई बड़ी सूचना नहीं दी है पर मोबाइल फोन के रिकवर होने से कई राजफाश होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।