पुरस्कार प्राप्त ग्राम पंचायतों का होगा फिर से सर्वेक्षण
जल संरक्षण में बेहतर कार्य करने वाली जल संरक्षण पुरस्कार प्राप्त ग्राम प्रचायतों का फिर से सर्वेक्षण होगा।
जागरण संवाददाता, नारनौल:
जल संरक्षण में बेहतर कार्य करने वाली जल संरक्षण पुरस्कार प्राप्त ग्राम पंचायतों का फिर से सर्वेक्षण होगा। सराहनीय कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों को 15 अगस्त को जिलास्तरीय समारोह में जल संरक्षण पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। जिला महेंद्रगढ़ में जनवरी 2013 से अगस्त, 2019 तक कुल 61 ग्राम पंचायतों को जल संरक्षण पुरस्कार मिल चुका है। जल संरक्षण पुरस्कार के लिए ग्राम पंचायत कम से कम 75 प्रतिशत घरों में पेयजल कनेक्शन होने के साथ सभी नलों पर टोंटी लगी हुई होनी चाहिए। जो ग्राम पंचायत उपरोक्त मापदंड पूरे करती है उन्हें हर साल स्वतंत्रता व गणतंत्र दिवस के जिलास्तरीय समारोह में सम्मानित किया जाता है। जिले में अभी तक 61 ग्राम पंचायतों ने यह पुरस्कार प्राप्त किया है।
जनस्वास्थ्य विभाग के जल सर्वेक्षण अभियान के जिला सलाहकार मंगतुराम सरसवा ने बताया कि जिले में जल संरक्षण को बढ़ावा देते हुए जल संरक्षण पुरस्कार प्राप्त ग्राम पंचायतों की वर्तमान में क्या स्थिति है। इसके लिए सर्वेक्षण किया जा रहा है। सभी नलों पर टूंटियां सुनिश्चित है कि नहीं। अगर नलों पर टूंटियां कम पाई जाती हैं तो टीम द्वारा घर-घर जाकर पीने के पानी के संरक्षण के लिए नलों पर टूंटियां लगाने के लिए प्रेरित भी किया जाएगा। इसके लिए सक्षम युवाओं की टीमों का गठन किया गया है। बरसात के मौसम में पीने के पाइपलाइन भी सुरक्षित रहे ताकि गंदा पानी पीने के पानी में न घुले। अगर गांव में कहीं लीकेज है तो भी टीम द्वारा उसकी रिपोर्ट जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को सौंपेगी ताकि समय पर लीकेज भी ठीक किया जा सके।
कर सकते हैं 30 तक आवेदन:
जल संरक्षण पुरस्कार 2020 के लिए ग्राम पंचायतें 30 जुलाई तक आवेदन कर सकती हैं। जिला सलाहकार मंगतुराम सरसवा ने बताया कि यदि कोई ग्राम पंचायत जल संरक्षण पुरस्कार के दोनों मापदंड पूरे करती हैं वे जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में आवेदन कर सकती हैं। इसके लिए कम से कम 75 प्रतिशत घरों के कनैक्शन स्वीकृत होने चाहिए व हर नल पर टूंटी लगी होनी चाहिए। उस ग्राम पंचायत को वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 20 हजार से 50 हजार रुपये तक की राशि व प्रशंसा पत्र प्रदान किया जाएगा। डार्क जोन से बचने के लिए जल को बहने से रोकना होगा।