परीक्षा में शामिल नहीं होंगे बर्खास्त शारीरिक शिक्षक
बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों का सेवा बहाली की मांग को लेकर क्रमिक अनशन 55वें दिन भी जारी है।
जागरण संवाददाता, नारनौल : बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों का सेवा बहाली की मांग को लेकर क्रमिक अनशन 55वें दिन भी जारी रहा। शनिवार को कंवल सिंह, संजीव शर्मा, चेतन शर्मा और मुकेश शर्मा अनशन पर बैठे। मंच संचालन करते हुए ब्लॉक प्रधान महेंद्र सिंह मकसूसपुर ने बताया कि आगामी 23 तारीख को सरकार द्वारा ली जाने वाली शारीरिक शिक्षक भर्ती परीक्षा में भाग न लेने के बारे में जिला के सभी पीटीआइ अध्यापकों ने शपथ पत्र दिया है। इस परीक्षा का सभी 1983 पीटीआइ शिक्षक शुरू से ही विरोध कर रहे हैं और परीक्षा को रद करने बारे मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दे चुके हैं। किसान नेता शेर सिंह ने कोर्ट की आड़ लेकर 1983 पीटीआइ अध्यापकों को निष्कासित किए जाने के सरकार के निर्णय की निदा की। धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार चाहे किसी की भी रही हो उनका उद्देश्य आमजन का शोषण करने का ही होता है। सत्ता में आने से पहले लोक लुभावने वायदे किए जाते हैं जैसे इस सरकार ने भी किए थे, परंतु सत्ता मिलते ही यह सब उन वायदों को भुलाकर जनता का शोषण करने में मशगुल हो जाते हैं। विद्यालय अध्यापक संघ के राज्य सचिव धर्मपाल शर्मा ने कहा कि 1983 पीटीआइ अध्यापक सुप्रीम कोर्ट के फैसले की वजह से धरने प्रदर्शन पर नहीं बैठे हैं बल्कि सरकार की गलत अवधारणा की वजह से इन्हें धरने प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ रहा है। एसकेएस के प्रधान कौशल कुमार ने कहा कि राम के नाम पर वोट लेने वाली सरकार को भगवान राम सद्बुद्धि देंगे। इस अवसर पर राकेश कुमार, इंद्रजीत सिंह, कृष्ण कुमार, डीपीई रमेश सोनी व हवासिंह आदि अध्यापक मौजूद थे।