दिन में तेज धूप व रात को ठंड से वायरल बुखार के मरीज बढ़े
जागरण संवाददाता, नारनौल : दिन में तेज धूप व रात के समय में ठंड से अस्पताल की ओपीडी में वा
जागरण संवाददाता, नारनौल :
दिन में तेज धूप व रात के समय में ठंड से अस्पताल की ओपीडी में वायरल बुखार की मरीजों की संख्या में प्रतिदिन बढ़ोत्तरी हो रही है। अस्पताल की ओपीडी इन दिनों दोगुनी हो गई है। पहले जहां 500 से 600 मरीज आते थे वहीं अब अस्पताल में प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या 1000 का आंकडा पार कर गई है। अस्पताल में गले में खरास, बदनदर्द, हल्का बुखार व आंखों में जलन जैसे मरीज आ रहे हैं। चिकित्सकों की माने तो इन दिनों में वायरल बुखार में इस तरह की दिक्कत होना आम बात है।
मई माह के पहले सप्ताह के दौरान दिन प्रतिदिन बदले मौसम के कारण लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हुई तथा परिवर्तनशील मौसम के कारण वायरल, खांसी व जुकाम का प्रकोप भी बढ़ा है। अब दिन के समय तापमान में वृद्धि के साथ ही लोगों को गर्मी का अहसास होने लगा है तथा घरों व दुकानों में अब पंखों का प्रयोग शुरू हो गया है। इसके साथ ही मौसम का असर सामान्य जनजीवन पर भी नजर आ रहा है। बदलते मौसम में विभिन्न प्रकार की बीमारियां भी तेजी से पैर पसारने लगी हैं। चिकित्सकों की माने तो इस तरह के मौसम में बीमारियों का होना आम बात है, क्योंकि बदलते मौसम में लोगों की दिनचर्या में अधिक बदलाव नहीं होना भी बीमारियों का कारण बनता है। रात के समय ठंड के मौसम में तेज पंखे, कूलर व एसी का प्रयोग किया जाता है। जिससे लोगों के गले में खरास व जुकाम की बीमारी हो जाती है। जोकि वायरल बुखार होने के लक्षण हैं।
--------------
ऐसे करें बचाव :
- बाजार की तली हुई चीजें नहीं खाए।
- रात के बासी खाने से परहेज करें।
- बाजार में कटे हुए फल कतई नहीं खरीदे।
- बिना ढंकी हुई रेहड़ी से जूस नहीं पीएं।
- बंद पैकेट का ही सामान खरीदें।
- अधिक से अधिक पानी पीएं।
- तरल पदार्थ व हरी सब्जी को अपने खाने में शामिल करें।
--------------
पक्ष :
इस तरह के मौसम में वायरल बुखार होना आम बात होती है, लेकिन अगर समय पर चिकित्सक से सलाह ली जाए तो जल्द से जल्द बुखार से छुटकारा पाया जा सकता है। चिकित्सक की सलाह व खून टेस्ट के बगैर कभी भी दवा का प्रयोग नहीं करें।
--डॉ. हिमांशु बड़कोदिया, मेडिकल आफिसर, नागरिक अस्पताल, नारनौल।