हमारे योद्धा : घर पर मास्क बना रहीं शिक्षिका प्रेमलता
जागरण संवाददाता नारनौल अध्यापिका प्रेम लता मांडैया पिछले 20 दिनों से लगातार स्वयं सूती के बढि़या कपड़े से मास्क बना रही हैं।
जागरण संवाददाता, नारनौल : अध्यापिका प्रेम लता मांडैया पिछले 20 दिनों से लगातार स्वयं सूती के बढि़या कपड़े से मास्क बना रही हैं। यह मास्क कोरोना महामारी को हराने के लिए काम कर रहे कोरोना योद्धाओं को वितरित हो रहे हैं। प्रेमलता मांडैया सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं और लॉकडाउन में मिली फुर्सत में वह उनकी सेवा को आगे आई हैं, जो इस महामारी को हराने में अपना खून-पसीना बहा रहे हैं।
बकौल प्रेमलता मांडैया, सुरक्षा कर्मी दिन-रात ड्यूटी पर रहकर हमें सुरक्षा दे रहें हैं। वे सफाई कर्मचारी, जो अपनी जान जोखिम में डालकर इस महामारी से लड़ रहे हैं। ये मास्क उन सभी को वितरित किए जा रहे हैं। अन्नदाताओं, सब्जी विक्रेताओं, मजदूरों के लिए खाना बनाने और सर्व करने वाले कोरोना योद्धाओं समेत हर वह इंसान जो अपनी ड्यूटी से घर से बाहर रहकर सेवा कर रहे हैं, ये मास्क उनके लिए जरूरी है।
प्रेमलता मांडैया अब तक करीब 700 मास्क सीलकर वितरण कर चुकी हैं। वह डिजिटल ग्रुप में छात्रों को भी ऑनलाइन पढ़ा रही हैं और रोजाना फीडबैक भी ले रही हैं। उन्होंने अपील की है कि खाना बनाते समय दो-चार रोटियां ज्यादा बनाएं, जिससे हम हमारे आसपास रहने वाले पशु-पक्षियों की भी भूख मिटा सके और इनके लिये पानी का भी प्रबंध करें।
उन्होंने कहा कि सच्चे अर्थ में अस्पताल ही आज के मंदिर हैं। सामाजिक संस्थाएं, स्लम बस्तियों में रहने वाले मजदूरों व बच्चों आदि को कोरोना संक्रमण को हराने के लिए मास्क बांट रहे हैं। इन सभी के कारण ही हमें कोरोना से लड़ने की प्रेरणा मिल रही है। उनका कहना है कि हम भी घर में रहते हुए मास्क सीलकर कोरोना से जंग में अपना योगदान दे सकते हैं। मांडैया ने बताया कि सामाजिक विकास पथ समिति की अध्यक्ष प्रेम यादव और राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित सरपंच समिति की सचिव रोशनी देवी के साथ मिलकर जहां जरूरत हो, वहां मास्क के साथ-साथ सैनिटाइजर्स और खाद्य सामग्री भी बांटी जा रही है। इनके पति मदन सिंह मांडैया भी हरियाणा पुलिस में रहते हुए सेवाएं देते हैं। जहां जरूरत है, वहां अपनी पॉकेट मनी से मजदूरों को राशन वितरण करते हैं।