Tiddi Attack : नारनौल में टिड्डी दल का फिर हुआ आगमन, थाली और ड्रम पीट कर ग्रामीणों ने भगाया
रविवार को अचानक टिड्डी दल राजस्थान की सीमा कायसा से पृथ्वीपुरा राजपुरा श्यामपुरा कुंजपुरा में पहुंच गया। किसानों की जागरुकता से टिड्डी दल फसलों पर नहीं बैठ पाया।
नारनौल [ज्ञान प्रसाद]। जिले के कई हिस्सों में एक बार फिर टिड्डी दल का आगमन हुआ। इस बार इनकी संख्या काफी कम होने तथा काफी ऊंचाई पर होने के कारण इन्हें भगाने में बहुत ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी। एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन व कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मचारी राजस्थान की सीमा से सटे विभिन्न गांवों में तैनात रहे। देर शाम एक दल अटेली से होते हुए डरोली अहीर, सिहमा से होते हुए राजस्थान की ओर चला गया।
किसान, बच्चे और युवा बजाने लगे थाली और ड्रम
वहीं, दूसरा दल पवेरा के पास से होते हुए राजस्थान की सीमा में प्रवेश कर गया। इससे सभी ने राहत की सांस ली। जहां भी टिड्डी दल के आने की सूचना मिली वहीं किसान, बच्चे और युवा खेतों की ओर थाली, ड्रम और अन्य शोर करने वाले सामान के साथ पहुंच गए। कृषि विभाग की ओर से भी किसानों को थाली, ड्रम, खाली पीपे बजाने के लिए जागरूक किया गया था। ग्रामीण जहां भी थोड़े बहुत टिड्डी देखते वहीं शोर शराबा करना शुरू कर देते थे। किसानों को फसल की सुरक्षा की चिंता सता रही है। इससे पहले जिले में टिड्डी दल का छह बार हमला हो चुका है।
किसानों की जागरुकता से फसलों पर नहीं बैठ पाया टिड्डी
रविवार को अचानक टिड्डी दल राजस्थान की सीमा कायसा से पृथ्वीपुरा, राजपुरा, श्यामपुरा, कुंजपुरा में पहुंच गया। किसानों को सूचना होने पर टिड्डी दल फसलों पर नहीं बैठ पाया। खेतों के ऊपर से ही टिड्डी दल निकल गया। किसान थाली, घंटी व अन्य शोर करने की वस्तु लेकर खेत की और दौड़े। टिड्डी दल बार-बार राजस्थान की सीमा से इन्हीं गांवों के ऊपर से गुजर रहा है।
किसानों को सता रही फसल की चिंता
किसानों में फसल को लेकर चिंता है कि कभी टिड्डी दल उनकी फसल को चट न कर जाए। इसलिए बहुत से किसानों ने खेतों में डेरा डाला हुआ है। काफी संख्या में टिड्डी दल जहां बैठता है फसल को चट कर जाता है। इस बार टिड्डी दल काफी ऊंचाई पर देखा गया।