मुंह पर मास्क लगा नाप रहे नारनौल का आसमां
खुले आसमान में उड़ना और फिर दस हजार फीट की ऊंचाई पर जाकर हवाई जहाज से बाहर छलांग लगाना कितना रोमांचक लगता होगा लेकिन साहसिक गतिविधियों का शौक रखने वालों की बात ही कुछ और होती है।
बलवान शर्मा, नारनौल:
खुले आसमान में उड़ना और फिर दस हजार फीट की ऊंचाई पर जाकर हवाई जहाज से बाहर छलांग लगाना कितना रोमांचक लगता होगा, लेकिन साहसिक गतिविधियों का शौक रखने वालों की बात ही कुछ और होती है। अगर आप भी ऐसा ही कोई सपना देख रहे हों तो जान लीजिये कि आपके सपने पूरे होने का समय आ गया है। हरियाणा के नारनौल की हवाई पट्टी पर दिन प्रतिदिन गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। 18 सितंबर से यहां पर स्काई डाइविग की गतिविधियां शुरू हो गई हैं। कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क व सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते हुए यह शुरू की गई है। ये गतिविधियां राज्य के उड्डयन विभाग के सहयोग से पायनियर फ्लाइंग एकेडमी द्वारा करवाई जा रही हैं। सेशना-172 टाइप के हवाई जहाज से स्काई डाईविग 10 हजार फीट की ऊंचाई से करवाई जा रही है। उड्डयन विभाग की तरफ से नारनौल हवाई पट्टी पर नियुक्त मैनेजर सुखबीर सिंह ने बताया कि बहुत सारे देशवासी विदेशों में जाकर स्काई डाईविग करके आते थे, लेकिन अब हरियाणा सरकार की नई सोच की वजह से ये साहसिक गतिविधियां हरियाणा में भी शुरू हो चुकी है। उन्होंने बताया कि एविएशन सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के चलते यहां सभी प्रकार की आवश्यक सुरक्षा व सुविधाओं का पूरा-पूरा ध्यान रखा जा रहा है। जगह-जगह पर सैनिटाइजर रखे हुए हैं और फेस मास्क पहनने के सख्त निर्देश हैं। बता दें कि सुखबीर सिंह खुद भी एक स्काई डाइवर, पैरामोटर पायलट हैं और उन्होंने माइक्रोलाइट क्लास के हवाई जहाज भी उड़ाए हैं।