नारनौल और फतेहाबाद में रही सबसे ठंडी रात
त्तरी मैदानी राज्यों हरियाणा एनसीआर दिल्ली और विशेषकर जिला महेंद्रगढ़ पर ठंड अपने चरम पर है। नारनौल और फतेहाबाद की रात प्रदेश में सबसे ठंडी रही है।
जागरण संवाददाता, नारनौल: उत्तरी मैदानी राज्यों हरियाणा, एनसीआर दिल्ली और विशेषकर जिला महेंद्रगढ़ पर ठंड अपने चरम पर है। नारनौल और फतेहाबाद की रात प्रदेश में सबसे ठंडी रही है। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डा. चंद्रमोहन ने बताया कि उत्तरी बर्फीली हवाओं की वजह से लगातार न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी है। मंगलवार को जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल का न्यूनतम तापमान 4.7 और अधिकतम 17. 2 डिग्री सेल्सियस और महेंद्रगढ़ का न्यूनतम तापमान 5.3 और अधिकतम 16. 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में नारनौल दूसरे स्थान पर ठंडा रहा। फतेहाबाद 4.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान की वजह से प्रथम पायदान पर है। वातावरण में मौजूद पर्याप्त नमी और कम तापमान के चलते अगले दो तीन दिनों के दौरान संपूर्ण इलाके पर घना कोहरे के बादल और धुंध छा सकती है। जिला में मंगलवार को भी सूर्य और बादलों के बीच लुकाछिपी ही देखने को मिली। जनवरी के अंत तक अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे ही बने रहने की उम्मीद है। हवा तेज चलने से सप्ताहांत तक जिला में कोहरा, धुंध छंटने और धूप निकलने के आसार बनेंगे। दिनभर छाए रहे बादल, ठंड का प्रकोप
संवाद सूत्र, कनीना: मंगलवार को मौसम परिवर्तनशील रहने के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई। आसमान में दिनभर बादल छाए रहने से ठंड का प्रकोप बना रहा। क्षेत्र में न्यूनतम तापमान छह डिग्री तथा अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहा।
हवा चलने से सर्दी का एहसास बन रहा। धूप नहीं खिलने व शीत लहर के चलते ग्रामीण अलाव जलाकर बैठे दिखाई दिए। कनीना क्षेत्र की 32 हजार हेक्टेयर भूमि में गेहूं, सरसों, जौ, चना, मटर की बिजाई की गई है, जो अब तक बिना किसी नुकसान के पूरी रौनक पर हैं। क्षेत्र में हाल ही में हुई बारिश के बाद फसल ओर अधिक बेहतर स्थिति में खड़ी हुई है। मौसम विभाग की ओर से जारी किए अनुमान के मुताबिक 27 जनवरी तक ठंड से छुटकारा नहीं मिलने वाला। कृषि विभाग के विशेषज्ञ डा. गजानंद शर्मा ने बताया कि आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा तापमान में गिरावट रहेगी।