हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में हुआ व्याख्यान श्रृंखला का समापन
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ में समान अवसर प्रकोष्ठ के तहत रेमेडियल कोचिग स्कीम द्वारा सामाजिक विज्ञान में पद्धतिशास्त्र पर आधारित दो सप्ताह की व्याख्यान श्रृंखला बृहस्पतिवार को संपन्न हो गई।
संवाद सूत्र, महेंद्रगढ़: हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ में समान अवसर प्रकोष्ठ के तहत रेमेडियल कोचिग स्कीम द्वारा सामाजिक विज्ञान में पद्धतिशास्त्र पर आधारित दो सप्ताह की व्याख्यान श्रृंखला बृहस्पतिवार को संपन्न हो गई।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरसी कुहाड़ ने कहा कि शोध से ही हम सामाजिक समस्याओं का निदान कर सामाजिक विकास को गति प्रदान कर सकते हैं। इस प्रयास में इस तरह के आयोजन दिशा प्रदर्शक की भूमिका निभाते हैं। हम समय-समय पर विद्यार्थियों, शोधार्थियों व शिक्षकों के लिए ऐसे आयोजन करते रहते हैं। विश्वविद्यालय में इस योजना के समन्वयक डा. युद्धवीर जैलदार ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विद्यार्थियों की अध्ययन में रुचि को प्रोत्साहित करना है।
इस व्याख्यान श्रृंखला में कुल आठ व्याख्यानों का आयोजन हुआ, जिनमें महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक के समाजशास्त्र विभाग के प्रो. खजान सिंह सांगवान, मुम्बई विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के प्रो. पीएस विवेक, चौधरी चरण सिंह, मेरठ के प्रो. जेके पुंडीर, महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक के पुस्तकालय विभाग के प्रो. निर्मल कुमार स्वाइन, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक के मनोविज्ञान विभाग के प्रो. राधेश्याम, समाजशास्त्र विभाग की डा. नीरजा अहलावत और इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. जयवीर एस धनखड़ ने अपने व्याख्यानों से विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों का मार्गदर्शन किया।
योजना के संयोजक डा. विनोद कुमार ने बताया कि विद्यार्थियों व शोधार्थियों के कल्याण के लिए भविष्य में भी इस तरह की व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस व्याख्यान श्रृंखला में विभिन्न विभागों के 102 विद्यार्थियों व शोधार्थियों ने हिस्सा लिया।