जिला मुख्यालय की मांग को लेकर वकीलों ने पकड़ी संघर्ष की राह
महेंद्रगढ़ जिला मुख्यालय की मांग को लेकर बार एसोसिएशन महेंद्रगढ़ के वकीलों ने एक बार फिर संघर्ष की राह पकड़ी है और सोमवार 23 नवंबर से अनिश्चितकालीन धरना व प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़: महेंद्रगढ़ जिला मुख्यालय की मांग को लेकर बार एसोसिएशन महेंद्रगढ़ के वकीलों ने एक बार फिर संघर्ष की राह पकड़ी है और सोमवार 23 नवंबर से अनिश्चितकालीन धरना व प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
बार एसोसिएशन की आपातकालीन बैठक बीते 20 नवंबर 2020 को आयोजित कि गई थी। जिसमें गत वर्ष जिला मुख्यालय कि मांग को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन पर विचार किया गया। बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान रविद्र यादव ने बताया कि बार एसोसिएशन द्वारा गत वर्ष एक अगस्त से एक सितंबर तक 32 दिन तक हड़ताल, धरना, प्रदर्शन किया गया था। बार एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल प्रधान के नेतृत्व में कैनाल रेस्ट हाउस नारनौल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिल कर जिला मुख्यालय कि मांग की थी। प्रतिनिधि मंडल को मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि विधान सभा चुनाव के बाद मांग मान ली जाएगी और महेंद्रगढ़ क्षेत्र के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। मुख्यमंत्री के आश्वासन पर वकीलों ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया था। धरना प्रदर्शन में क्षेत्र के व्यापारियों, सामाजिक संगठनों व जनता ने अपना पूरा समर्थन दिया था।
बार एसोसिएशन के वर्तमान प्रधान अजीत सिंह एडवोकेट ने बताया कि मुख्यमंत्री के आश्वासन को एक वर्ष से अधिक हो चुका हैं, लेकिन सरकार द्वारा जिला मुख्यालय को लेकर कोई सार्थक पहल शुरू नहीं की गई है। जिला मुख्यालय के मुद्दे को लेकर गत 20 नवंबर को बार एसोसिएशन कि आवश्यक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जिला मुख्यालय कि मांग 23 नवंबर तक नहीं मानी गई तो पुन: आंदोलन किया जाएगा। यह भी निर्णय लिया गया कि उपमंडल अधिकारी नागरिक के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा जाएगा। ज्ञापन में निर्धारित समयावधि समाप्त होने पर आज धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया। जिसमें सामाजिक दूरी का पालन किया गया।