अधिकारी की मौजूदगी में कारिदों ने कर्मचारियों को पीटा, कपड़े भी फाड़े
निजामपुर रोड स्थित जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मंडल नंबर एक स्थित परिसर में प्रात करीब 11 बजे राजेंद्र गुप्ता उर्फ राजू ठेकेदार व उनके कारिदों ने कार्यकारी अभियंता केके गिल की मौजूदगी में कार्यालय के उप अधीक्षक प्रवीण शर्मा एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर सतेंद्र सिंह के साथ गाली-गलौच एवं जमकर मारपीट कर दी।
जागरण संवाददाता, नारनौल : निजामपुर रोड स्थित जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मंडल नंबर एक स्थित परिसर में प्रात: करीब 11 बजे राजेंद्र गुप्ता उर्फ राजू ठेकेदार व उनके कारिदों ने कार्यकारी अभियंता केके गिल की मौजूदगी में कार्यालय के उप अधीक्षक प्रवीण शर्मा एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर सतेंद्र सिंह के साथ गाली-गलौज एवं जमकर मारपीट कर दी। प्रवीण शर्मा के कपड़े तक फाड़ दिए गए। प्रवीण का गिरेबां दबाने से उन्हें सांस लेने में भी तकलीफ हो गई। दोनों कर्मचारियों को उपचार के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से प्रवीण शर्मा को पीजीआइ रोहतक के लिए रेफर कर दिया गया। मामला शहर में जल्दी ही तूल पकड़ गया और राजनीतिक लोगों ने अपनों के पक्ष में सिफारिशें भी लगानी शुरू कर दी। दूसरी ओर कार्यकारी अभियंता केके गिल एवं राजू ठेकेदार नसीबपुर स्थित एसई कार्यालय पहुंच गए। पीड़ित कर्मचारियों की ओर से पुलिस में शिकायत दी गई है।
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग प्रांगण में आजकल नए कार्यालय भवन का निर्माण किया जा रहा है। यह निर्माण मैसर्स जगदंबा ट्यूबवेल के प्रोपराइटर राजेंद्र गुप्ता उर्फ राजू ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा है। कार्यालय के उप अधीक्षक प्रवीण शर्मा एवं ऑपरेटर सतेंद्र सिंह का कहना है कि 17 फरवरी को ठेकेदार की लेबर का सुपरवाइजर द्वारा कार्यालय के सामने खड़ी कार्यकारी अभियता की गाड़ी को हटाने को कहा गया। जिस पर ड्राइवर ने उसे साइड में लगा भी दिया, लेकिन सुपरवाइजर ने दूसरी गाड़ी से एक्शन की गाड़ी को टक्कर मारने को कहा। इस पर उप अधीक्षक प्रवीण शर्मा ने उन्हें रोकने को कहा। इतने में ही सुपरवाइजर गाली-गलौज एवं हाथापाई पर उतर आया तथा प्रवीण शर्मा को लात-घुंसे मारते हुए उसका गिरेबां पकड़ कर जोर से दबा दिया। बीच-बचाव करने आए ऑपरेटर सरदार सतेंद्र सिंह से भी मारपीट की और उसकी पगड़ी को जमीन पर गिरा दिया और जाति सूचक गालियां भी दी। सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई। इनका आरोप है कि ठेकेदार व उसके कारिदों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी और एक्शन से भी गाली-गलौज किया। उस वक्त एसडीओ गोपाल, रामपाल एवं अन्य कर्मचारियों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया और दहशत का माहौल बनाया।
इस घटना के बाद कर्मचारी लामबंद हो गए तथा ठेकेदार व उसके कारिदों पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस से इनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। साथी कर्मचारी उप अधीक्षक प्रवीण शर्मा एवं ऑपरेटर सरदार सतेंद्र सिंह को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने कर्मचारियों के एक्स-रे कराए और उन्हें उपचार प्रदान किया। प्रवीण शर्मा की गले की दिक्कत को देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें पीजीआइ रोहतक के लिए रेफर कर दिया।
दूसरी ओर एक्शन केके गिल एवं ठेकेदार राजू नसीबपुर स्थित एसई कार्यालय पहुंच गए और एसई राकेश कुमार के सामने अपना-अपना पक्ष रखा। इस मामले में पुलिस बयान लेने अस्पताल गई, लेकिन प्रवीण शर्मा को गले में दिक्कत होने से वह बोल नहीं पाए। इस कारण उनके बयान ठीक होने के उपरांत दर्ज किए जाएंगे। शिकायत पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस घटना को कर्मचारियों में ठेकेदार व उसके कारिदों के विरुद्ध रोष पनपा हुआ है और पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वर्जन :
मारपीट की घटना हुई है और यह गलत है। मारपीट के वक्त वह कार्यालय में ही मौजूद थे।
- केके गिल, कार्यकारी अभियंता, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, नारनौल। वर्जन :
झगड़ा की घटना की मुझे सूचना मिल गई है। जानकारी जुटाई जा रही है। झगड़ा कभी भी एक पक्ष से नहीं होता। दोनों पक्षों में होता है। मामले की सच्चाई पता की जा रही है।
- राकेश कुमार, अधीक्षक अभियंता, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, नारनौल। वर्जन :
मेरे सामने ही बोलचाल हुई थी, मगर कोई झगड़ा नहीं हुआ और न ही मैंने किसी से मारपीट की। मेरे ऊपर आरोप निराधार लगाए गए हैं।
- राजेंद्र गुप्ता उर्फ राजू ठेकेदार, नारनौल।