तेज धूप से बढ़ रही है मरीजों की संख्या
मई माह के अंतिम सप्ताह में ही गर्मी ने अपने पूरे तेवर दिखाने शुरू कर दिए है तथा भयंकर गर्मी व लू के प्रभाव के चलते जहां घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है वहीं बीमारियों ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। सतनाली क्षेत्र के सरकारी व निजी अस्पतालों में उल्टी-दस्त, वायरल, बुखार, मलेरिया, हैजा आदि बीमारियों के मरीजों की संख्या में इजाफा हो गया है। हालात यह है कि कस्बे के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व अन्य निजी अस्पतालों में हीट स्ट्रोक, लू और जुकाम के मरीज भी लगातार बढ़ रहे हैं। इनमें बच्चे, महिलाएं और बुजुर्गों की संख्या अधिक है। वहीं गर्म व तेज लू के साथ हवाएं चलने से शरीर के अति संवेदनशील अंग आंख की देखभाल सुनिश्चित करें क्योंकि सबसे ज्यादा परेशानी आंखों की बीमारी होने से उत्पन्न होती है।
संवाद सहयोगी, सतनाली :
मई माह के अंतिम सप्ताह में गर्मी ने अपने पूरे तेवर दिखाने शुरू कर दिए है तथा भयंकर गर्मी व लू के प्रभाव के चलते जहां घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है वहीं बीमारियों ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। सतनाली क्षेत्र के सरकारी व निजी अस्पतालों में उल्टी-दस्त, वायरल, बुखार, मलेरिया, हैजा आदि बीमारियों के मरीजों की संख्या में इजाफा हो गया है। हालात यह है कि कस्बे के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व अन्य निजी अस्पतालों में हीट स्ट्रोक, लू और जुकाम के मरीज भी लगातार बढ़ रहे हैं। इनमें बच्चे, महिलाएं और बुजुर्गों की संख्या अधिक है।
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इन उपायों को आजमाएं :
-आंख का पानी नहीं सूखे, इसके लिए धूप व गर्म हवा से बचें।
-रात के समय आठ घंटे की नींद अवश्य लें।
-धूप में बाहर निकलने से बचे और सूर्य की ओर सीधे न देखें।
-अच्छी क्वालिटी के कोटेड काले रंग के सन ग्लास का उपयोग करें।
-आंखों में खुजली हों, आंखें लाल हो जाए या पानी निकले तो तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह लें।
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ऐसे करें बचाव :-
-किसी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत ही चिकित्सक की सलाह ले।
-मरीज के कपडे़, बिस्तर को अलग रखें
-बच्चों को मरीज के संपर्क में न आने दें।
-व्यक्तिगत एवं घर की साफ सफाई पर ध्यान दें।
-बासी खाना नहीं खाएं।
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मौसम बदलने की स्थिति में चर्म रोग, एलर्जी की समस्या बढ़ जाती है विशेषकर गर्मी के तेवर तीखे होने पर आंखों का प्राकृतिक तरल पदार्थ सूख जाता है जिसके कारण कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए भरपूर पानी मात्रा में पानी पीना चाहिए। इस मौसम में हैजा, पीलिया और डायरिया फैलने की संभावना रहती है। ऐसे में साधारण से बुखार को भी हल्के में न लें।
-डॉ. जितेंद्र चौधरी।